अमेरिका से डिपोर्ट हुए 11 लोगों को ED ने भेजा समन, जालंधर ऑफिस में होंगे पेश; डंकी रूट से जुड़ा है मामला

हालांकि, अब तक पंजाब के कुल 131 निर्वासित लोग चार उड़ानों के माध्यम से वापस लौट चुके हैं। यह समन तथाकथित डंकी रूट के माध्यम से अवैध अप्रवास को सुविधाजनक बनाने में शामिल ट्रैवल एजेंटों को लक्षित करने वाली जांच के हिस्से के रूप में जारी किया गया है।
केंद्रीय एजेंसी इस मामले की जांच धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत करेगी और पैसों की लेन-देन की कड़ी को ट्रैक कर इस बड़े नेटवर्क से जुड़े विभिन्न लिंक की जांच करेगी।
कंपनियों के खिलाफ मामला अमेरिकी दूतावास की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था, जिसमें आरोप था कि वह शैक्षिक योग्यता, कार्य अनुभव और वित्तीय दस्तावेजों से संबंधित जालसाजी करने में मदद कर रहे थे। इस जालसाजी के जरिए अयोग्य आवेदक वीजा प्राप्त करने के लिए कंपनियों को भारी रकम दे रहे थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कार्यालय ने उस राशि के आधार पर निर्वासितों को चुना है, जो उन्होंने अवैध तरीके से विदेश जाने के लिए दी थी। एक बार जब उनसे पर्याप्त जानकारी जुटा ली जाएगी तो अन्य निर्वासितों को भी समन भेजा जा सकता है।