महिला पुलिस कर्मियों के यौन शोषण पर महिला आयोग ने मांगी रिपोर्ट, जांच अधिकारी एसपी ने 19 महिला पुलिस कर्मियों के दर्ज किए बयान
हरियाणा के आईपीएस अधिकारी लगे यौन शोषण के आरोपों की एक तरफ जहां महिला आईपीएस अधिकारी द्वारा जांच की जा रही है वहीं महिला आयोग ने भी इस मामले का संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट मांग ली है। जांच अधिकारी इस संबंध में सोमवार को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट दाखिल कर सकती हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शनिवार को पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर को आईपीएस अधिकारी के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे। कपूर ने इस मामले की जांच महिला आईपीएस अधिकारी आस्था मोदी को सौंपी है। दो दिन पहले इंटरनेट मीडिया पर चार पन्ने का एक शिकायत पत्र वायरल हुआ। इसमें सात महिला पुलिस कर्मियों के हस्ताक्षर हैं और यह पत्र मुख्यमंंत्री के नाम 18 अक्टूबर को लिखा गया है। पत्र में महिला पुलिस कर्मियों ने एक आईपीएस अधिकारी पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। वायरल शिकायत पत्र में लिखा गया है कि महिला पुलिस कर्मियों के थाने की ही एक महिला अधिकारी एक पुलिस कर्मी को बड़े अधिकारी के निवास पर लेकर गई। अधिकारी ने उसे चाय बनाने के लिए कहा, जब वह चाय लेकर वापस आई तो महिला अधिकारी वहां नहीं थी। आरोप है कि इस दौरान उसका हाथ अधिकारी ने पकड़ लिया। जब वह हाथ छुड़वाकर निवास से बाहर निकली तो बाहर भी वह अधिकारी नहीं मिली। बाद में इस महिला अधिकारी ने कहा कि बड़े अधिकारियों के साथ कापरेट करना पड़ता है। आरोप है कि इसके बाद उसने दूसरी महिला अधिकारी को इसके बारे में बताया तो उसने भी ऐसा ही कहा।
शिकायत पत्र में कहा गया है कि बड़े अधिकारी ने एक अन्य महिला पुलिस कर्मचारी के साथ भी ऐसा ही करने का प्रयास किया। इसकी उसने विधायक से भी शिकायत की थी। हरियाणा सरकार द्वारा जांच के आदेश मिलने के बाद फतेहाबाद की एसपी आस्था मोदी ने शिकायत पत्र पर लिखे नाम वाली महिला पुलिस कर्मचारियों को बुलाकर पूछताछ की है। आस्था मोदी के अनुसार इस मामले में अभी तक 19 पुलिस कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए हैं। अभी तक जिन महिला पुलिस कर्मचारियों से पूछताछ की गई है,उनके आधार पर यह कहना जल्दबाजी होगी कि आइपीएस अधिकारी ने किसी के साथ कोई शोषण किया है।
हरियाणा महिला आयोग ने भी मामले पर कड़ा संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने हरियाणा के डीजीपी को मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए कहा है। वहीं, मामले में अब तक की गई जांच की रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर आयोग को भेजने के भी आदेश दिए हैं। इसके अलावा जींद के एसपी को 30 अक्टूबर को आयोग के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है।