Farmer Protests: किसानों से किए वादे क्यों पूरे नहीं हुए? उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कृषि मंत्री शिवराज सिंह से पूछे तीखे सवा
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किसानों के मुद्दों को उठाते हुए मंगलवार को केंद्र सरकार से कड़े सवाल किए। उन्होंने खासतौर से केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को संबोधित करते हुए पूछा कि देश की वैश्विक मंच पर बढ़ती साख के बावजूद किसानों से किए गए वादे क्यों पूरे नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा- ‘नीति-निर्माण सही दिशा में नहीं है।’
- उपराष्ट्रपति ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान (CIRCOT) के शताब्दी समारोह में कहा- ‘कृषि मंत्री, आपके लिए हर क्षण महत्वपूर्ण है। कृपया मुझे बताएं, किसानों से क्या वादा किया गया था? वो वादा क्यों पूरा नहीं हुआ? वादे को पूरा करने के लिए हमें क्या करना चाहिए? पिछले साल आंदोलन हुआ था, इस साल भी आंदोलन हो रहा है। समय का चक्र घूम रहा है और हम कुछ नहीं कर रहे हैं।’
- उन्होंने किसानों की दुर्दशा पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा- ‘पहली बार मैं देख रहा हूं कि भारत बदल रहा है। पहली बार मुझे लग रहा है कि विकसित भारत हमारा सपना नहीं, बल्कि हमारा लक्ष्य है। भारत पहले कभी विश्व में इतनी ऊंचाई पर नहीं था… जब यह सब हो रहा है, तो मेरा किसान चिंतित और पीड़ित क्यों है? किसान ही ऐसा व्यक्ति है जो सबसे ज्यादा असहाय है।’
उपराष्ट्रपति के सवालों पर कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। चौहान, करीब 15 साल तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं, इस बार लोकसभा चुनाव के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा बने।
उपराष्ट्रपति के बयान ऐसे समय में आए हैं जब देशभर में किसान आंदोलनों में तेजी देखी जा रही है। सोमवार को किसानों ने अपनी मांगों को लेकर नोएडा से दिल्ली की ओर मार्च किया, जिससे दिल्ली और नोएडा के कई हिस्सों में यातायात बाधित हुआ। किसान नए कानूनों के तहत गारंटीकृत मुआवजा और लाभ की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर, पिछले साल फरवरी से पंजाब और हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन जारी है।
किसान प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर डटे हैं। उन्होंने समस्याओं का समाधान होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है।