स्कूल-इंटरनेट बंद, बाहरी एंट्री पर लगा बैन, 4 की मौत; हिंसा के बीच कितने सुधरे संभल के हालात?
उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दूसरे दिन हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर जमकर पथराव किया। इस घटना में 4 लोगों की मौत की खबर भी सामने आ रही है। मृतकों की पहचान नईम, बिलाल अंसारी, नौमान और मोहम्मद कैफ के तौर पर हुई है। संभल में बिगड़ते हालात देख प्रशासन ने इलाके में कई प्रतिबंध लग दिए हैं।
संभल हिंसा पर एक्शन लेते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। आगामी 1 दिसंबर तक कोई भी बाहरी व्यक्ति संभल में नहीं घुस सकता है। वहीं 12वीं तक के सभी स्कूलों को सोमवार तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस ने छत से पत्थर बरसाने वाली 2 महिलाओं समेत 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA) मामले की जांच कर रही है।
मुरादाबाद मंडल के आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह का कहना है कि हिंसा में शामिल 4 लोगों की मौत हो गई। सभी की उम्र 20-25 साल के बीच है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पत्थरबाजों और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। पुलिस गिरफ्तार किए गए लोगों की कॉल डिटेल्स तलाश रही है।
रविवार की सुबह संभल की गलियों में खतरनाक हिंसा देखने को मिली। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर बड़ी संख्या में ईंट, पत्थर और चप्पलों की बौछार कर दी। इस घटना में डिप्टी कलेक्टर समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए। डिप्टी कलेक्टर के पैर में फ्रैक्चर आ गया है। सवाल यह है कि प्रदर्शनकारियों के पास इतनी बड़ी तादाद में पत्थर और हथियार कहां से आए? कई लोगों के घरों में पुलिस को हथियार भी मिले हैं।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी संभल के लोगों से शांति की अपील की है। उन्होंने एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा कि यपी में अचानक उठे विवाद को लेकर यूपी सरकार का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस तरह हड़बड़ी में कार्रवाई की गई, उससे पता चलता है कि सरकार ने खुद माहौल खराब किया।