लव जिहाद: धर्म छिपाकर युवती को प्रेम जाल में फंसाया, फिर लग्जरी कारों पर किया हाथ साफ; होश उड़ा देगी पूरी कहानी

लखीसराय। लव जिहाद की शिकार युवती ने 19 अप्रैल 25 को लखीसराय थाने में अपनी दो चार पहिया गाड़ी गायब होने की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें स्कॉर्पियो और हुंडई वेन्यू कार शामिल है।
शिकायत दर्ज कराने के दो माह बाद लखीसराय थाने की पुलिस ने मलयपुर थाने की पुलिस के सहयोग से शुक्रवार को स्कॉर्पियो को मलयपुर से बरामद कर लिया और युवती को लव जिहाद का शिकार बनाने वाले शिक्षा विभाग के क्लर्क कमाल अशरफ के भतीजे को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन हुंडई वेन्यू कार अभी भी शिक्षा विभाग के क्लर्क कमाल अशरफ के कब्जे में है।
मालूम हो कि क्लर्क कमाल अशरफ ने 16 वर्षीय हिंदू युवती को सुमित कुमार के नाम पर प्रेम जाल में फंसाने के बाद उसे पूरी तरह से असहाय और अबला बना देने के जाल में उलझा लिया था। क्लर्क कमाल अशरफ द्वारा कुंवारी मां बनाए जाने के बाद हिंदू युवती को सुमित कुमार के मुस्लिम होने की सच्चाई पता चली। इसके बाद वह उसके चंगुल से निकलने के लिए जद्दोजहद करने लगी।
इसके बाद क्लर्क कमाल अशरफ उसे अपने चंगुल में पूरी तरह से फंसाए रखने के लिए अपने सहकर्मी शिक्षक के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाने लगा। इतना ही नहीं उसने लड़की को दो चार पहिया वाहन फाइनेंस कराकर लाखों रुपये का कर्जदार बना दिया। ताकि हिंदू लड़की उसके चंगुल से निकल न सके।
बता दें कि क्लर्क कमाल अशरफ ने सितंबर 2023 में बिहार ग्रामीण बैंक शाखा मेदिनीचौकी से हिंदू लड़की के नाम पर हुंडई वेन्यू कार लोन पर ली। इसके अलावा उसने अक्टूबर 2024 में हिंदू लड़की के नाम पर महिंद्रा फाइनेंस से एक स्कॉर्पियो फाइनेंस कराई। हुंडई वेन्यू कार की ईएमआई 13 हजार रुपये प्रति माह और महिंद्रा एन की ईएमआई 25 हजार छह सौ रुपये प्रति माह है।
पीड़िता के बीपीएम के पद पर ज्वाइन करने से पहले क्लर्क कमाल अशरफ हुंडई वेन्यू कार की ईएमआई जमा करने के लिए पैसे देता था। इस बीच क्लर्क कमाल अशरफ दोनों वाहनों से होने वाली कमाई का मजा लेता रहा।
परेशान होकर पीड़िता पूर्व शिक्षा पदाधिकारी ने 13 अप्रैल 25 को सूर्यगढ़ा थाने में शिक्षा विभाग के क्लर्क कमाल अशरफ और प्राथमिक विद्यालय मकतब बालगुदर के शिक्षक इब्राहिम अहमद उर्फ शमशाद आलम के खिलाफ यौन शोषण और धर्म परिवर्तन, गौमांस खाने, नमाज पढ़ने आदि के लिए प्रताड़ित करने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया। मामला दर्ज होने के बाद क्लर्क कमाल अशरफ ने दोनों वाहनों को गायब कर दिया।