16 को हो सकता है दिल्ली पलायन का ऐलान, 22 जुलाई को किसान सम्मेलन करेंगे

सरवन सिंह पंधेर: पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के बैरिकेड हटाने के आदेश के बाद किसान संगठन फिर से सक्रिय हो गए हैं. किसान संगठन अब दिल्ली मार्च को लेकर नई रणनीति बना रहे हैं, जिसे लेकर हरियाणा और पंजाब की सीमाओं पर किसान बैठकें कर रहे हैं. कल किसान नेताओं के बीच 12 घंटे से ज्यादा समय तक बैठक हुई, जिसमें दिल्ली मार्च को लेकर कुछ नई रणनीति पर चर्चा हुई. हालांकि, हरियाणा सरकार बॉर्डर खोलने के मूड में नहीं है और उसने हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
खनूरी बॉर्डर पर हुई बैठक को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा है कि अब 22 जुलाई को किसान नेता दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में कार्यक्रम करने जा रहे हैं. इस कार्यक्रम में देश के कई किसान नेता और कृषि विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे. उनके साथ कृषि से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और भविष्य के लिए रणनीति बनाई जाएगी.
किसान नेता पंधेर ने कहा है कि इससे पहले उन्होंने किसानों की मांगों को लेकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पत्र लिखा था. इस संबंध में उन्हें अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और अन्य विपक्षी नेताओं के साथ बैठक होगी, जिसमें इन मांगों पर उनकी राय जानी जाएगी और उनसे किसानों की मांगों पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा जाएगा.
16 तारीख को हो सकता है दिल्ली पलायन का ऐलान
दिल्ली पलायन को लेकर सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि उनकी किसान संगठनों में इस संबंध में चर्चा चल रही है. अभी बॉर्डर नहीं खोले गए हैं, इसलिए इस पर स्थिति अभी साफ नहीं है. किसान संगठन 16 जुलाई को चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं, जिसके बाद दिल्ली पलायन को लेकर घोषणाएं की जाएंगी.
किसान 5 महीने से धरने पर हैं
इस साल 10 फरवरी को किसान पंजाब से दिल्ली के लिए निकले थे, लेकिन किसानों को शंभू और हरियाणा और पंजाब की अन्य सीमाओं पर रोक दिया गया था. हरियाणा सरकार की ओर से भारी बैरिकेडिंग की गई थी, जिसके बाद 5 महीने से ज्यादा समय से किसान इन बॉर्डर पर बैठे हुए हैं. बैरिकेडिंग को लेकर हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट में कहा था कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बैरिकेडिंग की गई है.