महाराष्ट्र में सीएम पर सस्पेंस?: शिवसेना बोली-शिंदे जल्द लेंगे बड़ा फैसला; शपथ ग्रहण 2 दिसंबर को संभव
महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा सस्पेंस बना हुआ है। मुख्यमंत्री पद को लेकर अब तक फैसला नहीं हो पाया है। एकनाथ शिंदे के अचानक अपने गांव जाने की खबरों ने अटकलों को और बढ़ा दिया है। हालांकि, शिवसेना नेताओं ने उनके नाराज होने की खबरों को खारिज किया है। इस बीच ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शनिवार की शाम तक कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं। महाराष्ट्र के नए सीएम का शपथग्रहण समारोह दो दिसंबर को होने की बात भी कही जा रही है।
शिवसेना नेता उदय सामंत ने स्पष्ट किया है कि एकनाथ शिंदे नाराज नहीं हैं। उन्होंने कहा, “दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के दौरान भी शिंदे की तबीयत ठीक नहीं थी। शिंदे को बुखार और सर्दी थी। सामंत ने कहा कि किसी के बीमार होने पर ऐसे निष्कर्ष निकालना गलत है। इसी वजह से वह सतारा स्थित अपने गांव गए। यह कहना गलत होगा कि वह नाराज हैं। सामंत ने कहा कि शिंदे सरकार में बने रहेंगे, और उनके बिना शिवसेना अधूरी है।
शुक्रवार(29 नवंबर) को होने वाली महायुति की बैठक रद्द हो गई। अब इसके लिए नई तारीख तय की गई है। बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के नेताओं के बीच नई बैठक 1 दिसंबर को मुंबई में होगी। इस बैठक में सीएम के नाम और मंत्रिमंडल के बंटवारे पर चर्चा होगी। बैठक में इन मुद्दों पर अंतिम फैसला लिया जाएग।शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा, ‘शपथ ग्रहण समारोह 2 दिसंबर को हो सकता है। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह इस फैसले पर अंतिम मुहर लगाएंगे।’
बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के बीच विभागों का बंटवारा बड़ा मुद्दा बना हुआ है। बीजेपी गृह मंत्रालय और एनसीपी वित्त मंत्रालय चाहती है। शिवसेना शहरी विकास और लोक निर्माण विभाग पर जोर दे रही है। अमित शाह के साथ दिल्ली में हुई बैठक में पदों की संख्या तय हुई, लेकिन विभागों पर चर्चा नहीं हो सकी। रविवार को होने वाली बैठक में इस पर तस्वीर साफ हो जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम का पद नहीं चाहते। शिंदे के करीबी संजय शिरसाट ने कहा, “एकनाथ शिंदे जैसे नेता के लिए डिप्टी सीएम का पद सही नहीं है। वह महायुति के संयोजक बन सकते हैं। विधायक भरतशेठ गोगावले ने कहा कि शिंदे गृह मंत्रालय पाने की कोशिश कर रहे हैं जैसा पहले देवेंद्र फडणवीस के पास था।