करोड़ों की आनलाइन ठगी करने वाले सात नाइजीरिया नागरिक गिरफ्तार

करोड़ों की आनलाइन ठगी करने वाले सात नाइजीरिया नागरिक गिरफ्तार
-गौतमबुद्ध नगर में छापा मार साइबर क्राइम सेल ने किया गिरफ्तार
-विदेशी उपहारों का लालच देकर ब्लेकमेल करते थे आरोपी
-79 स्मार्टफोन, 2 लैपटॉप, 02 मैकबुक, 99 विदेशी और भारतीय सिम कार्ड तथा 31 फर्जी बैंक खातों के रिकार्ड बरामद संवाद न्यूज एजेंसी। मोहाली। साइबर क्राइम पुलिस ने भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी पर नकेल कसते हुए अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी गिरोहों को गिरफ्तार किया है। सूचना और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मोहाली पुलिस की साइबर सेल ने 18 जनवरी को उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में छापेमारी कर सात नाइजीरिया नागरिकों को एक घर में कथित रूप से कॉल सेंटर चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। शनिवार को इस मामले में प्रेस कांफ्रेस के दौरान एसएसपी हरमनदीप सिंह हंस ने बताया कि डीएसपी रूपिंदरदीप कौर सोही के नेतृत्व में चलाए गए जांच अभियान के दौरान साइबर पुलिस टीम ने हाईटेक डिवाइस का उपयोग कर ठगों की पहचान की और एक सुनियोजित रणनीति के साथ इन को गिरफ्तार किया।उन्होंने बताया कि यू.पी. गौतमबुद्ध नगर स्थित एक किराये के मकान में ठग सोशल मीडिया के माध्यम से भारतीय विदेशी नागरिकों से फर्जी दोस्ती कर ठगी का कॉल सेंटर चला रहे थे, जहां पुलिस ने छापेमारी कर कॉल सेंटर को बंद करा दिया और विदेशी आरोपियों को गिरफ्तार किया।
विदेशी उपहारों का लालच देकर करते थे धोखाधड़ी
एसएसपी ने बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि विदेशी नागरिक फर्जी फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए भारतीय प्रवासियों से दोस्ती कर उन्हें विदेशी उपहारों का लालच देते थे। उपहार पहुंचाने के नाम पर सीमा शुल्क या कर के रूप में धन की मांग करते थे। ये लोग ज्यादातर विवाहित पुरूषों और महिलाओं से दोस्ती करते थे और बाद में उनके पतियों और पत्नियों को इस बारे में बताने की धमकी देकर तथा पैसे की मांग कर उन्हें ब्लैकमेल करते थे।
यह सामान हुआ बरामद
छापे के दौरान पुलिस ने इनके कब्जे से 79 स्मार्टफोन, 2 लैपटॉप, 02 मैकबुक, 99 विदेशी और भारतीय सिम कार्ड तथा 31 फर्जी बैंक खातों के रिकार्ड बरामद किए गए हैं। जब्त किए गए सामान की कुल कीमत करीब 30 लाख रुपये है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इस गिरोह द्वारा भारत के विभिन्न हिस्सों में 350 से अधिक लोगों को ठगा गया है और करीब 15 करोड़ रुपये की ठगी की पुष्टि हुई है।