हरियाणा में बारिश और आंधी ने मचाया तांडव, दो लोगों की मौत; मंडी में पड़ी किसानों की फसल भी बर्बाद

हालांकि, वर्षा और बादलवाई ने पूरे प्रदेश में लू से कुछ हद तक निजात दिलाई है। लेकिन कई जिलों में पारा अब भी 400 पार बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो 14 अप्रैल तक प्रदेश लू की चपेट से बचा रहेगा।प्रदेश में जींद के नरवाना, कैथल के गुहला और सोनीपत में ओलावृष्टि हुई। इसके अलावा भिवानी, चरखी दादरी, पानीपत, करनाल, कैथल, जींद और सोनीपत, हिसार के बरवाला व नारनौंद इलाके में भी वर्षा हुई।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार शुक्रवार के लिए कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, भिवानी, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात में वर्षा का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इसी प्रकार पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार में यलो अलर्ट जारी किया गया। वर्षा के साथ 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है।
चरखी दादरी जिले की बाढड़ा अनाज मंडी परिसर में वर्षा से भीगी खुले में रखी गेहूं की ढेरी।
फतेहाबाद जिले के गांव नांगला में आसमानी बिजली गिरने से 40 वर्षीय महिला राधा की मौत हो गई, जबकि उनकी 13 वर्षीय बेटी संजना घायल हो गई। मां-बेटी वीरवार शाम करीब 6 बजे चने के खेत में काम कर रही थी। वर्षा होने पर चने ढककर घर जाने लगी तो उनपर बिजली गिर गई।
उधर, रेवाड़ी में बिजली के 56 खंभे गिरे। धारूहेड़ा रोड पर सुबह करीब पांच बजे आंधी के कारण एक यूनिपोल टूटकर गिरने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। राजकुमार मूल रूप से राजस्थान के अलवर जिले में पावटी गांव के रहने वाले थे।