राहुल गांधी का केंद्र पर हमला: कहा- जम्मू कश्मीर में एनडीए सरकार की नीतियां नाकाम, घाटी में जल्द बहाल हो शांति
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार (25 अक्टूबर) को जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकी हमलों पर केंद्र सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा कि एनडीए सरकार की नीतियां कश्मीर में शांति और सुरक्षा लाने में पूरी तरह से विफल रही हैं। गांधी ने कश्मीर घाटी में शांति बहाली की जरूरत पर जोर दिया और सरकार से जल्द कदम उठाने की मांग की।
राहुल गांधी ने गुलमर्ग में एक सेना के वाहन पर हुए हमले में सैनिकों की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि यह घटना बेहद दुखद है और उन्होंने शहीद जवानों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही उन्होंने अपनी पोस्ट में उन दो पोर्टर्स के प्रति भी संवेदना व्यक्त की जो इस हमले में मारे गए। इस हमले ने घाटी में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में कहा कि केंद्र सरकार की नीतियां सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफल रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कश्मीर घाटी में अब भी आतंकवाद का साया बना हुआ है, और सैनिकों और नागरिकों पर लगातार हमले हो रहे हैं। राहुल गांधी ने केंद्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार को घाटी में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।
जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकी घटनाओं में तेजी आई है। गुरुवार को बारामूला जिले में एक सेना के काफिले पर हमला हुआ जिसमें दो सैनिक और दो नागरिकों की मौत हो गई। इसी दिन, पुलवामा के त्राल इलाके में एक श्रमिक पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। कश्मीर में हाल के हमलों की घटनाओं ने स्थानीय निवासियों और बाहरी श्रमिकों में असुरक्षा की भावना को और बढ़ा दिया है।
2019 में अनुच्छेद आर्टिकल निरस्त होने के बाद से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर बार-बार सवाल उठाए गए हैं। पिछले कुछ दिनों में कई निर्दोष नागरिकों और श्रमिकों पर हमले हुए हैं, जिनमें बिहार और उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को निशाना बनाया गया। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार के दावे के बावजूद, कश्मीर में हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
शांति बहाली की अपील
राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से घाटी में शांति बहाल करने के लिए तत्काल जिम्मेदारी लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार को घाटी में न केवल सैनिकों की सुरक्षा, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीर में शांति और स्थिरता के लिए सरकार को निर्णायक कदम उठाने की जरूरत है।