महाकुंभ 2025: 36 दिन में 54 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी; आज भी जनसैलाब से रास्ते जाम, जानिए कैसे पहुंचेंगे संगम
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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी को महाकुंभ का आगाज हुआ। मंगलवार (18 फरवरी) को महाकुंभ का 37वां दिन है। 36 दिन में 54 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं। मंगलवार को भी भारी भीड़ है। संगम आने वाले रास्तों पर लंबा जाम लगा है। भीड़ के कारण मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री रोक दी गई है। श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचने के लिए 12 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है। मंगलवार को पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण और एक्टर पवन कल्याण सहित कई VIP संगम में डुबकी लगाएंगे।
पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू मंगलवार को संगम में स्नान करेंगे। महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी, आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, नॉर्वे के राजदूत एलिन स्टेनर और गोवा सरकार में मंत्री आर.एम. धवलीकर 18 फरवरी को महाकुंभ पहुंचेंगे। संगम में डुबकी लगाने के बाद गंगा मां की पूजा-अर्चना करेंगे।
भीड़ के कारण दारागंज स्थित संगम स्टेशन को 26 फरवरी तक बंद कर दिया है। महाकुंभ में तैनात अफसरों की ड्यूटी 27 फरवरी तक बढ़ा दी गई है। इंटरमीडिएट तक के स्कूल 20 फरवरी तक बंद कर दिए गए हैं। महाकुंभ में 16 फरवरी से चल रहे इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल का मंगलवार को आखिरी दिन है। फेस्टिवल में 200 प्रजातियों के पक्षियों को दिखाया जा रहा है।
महाकुंभ में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन संगम से 10-12 किमी रोके जा रहे हैं। यहां बनाई गई पार्किंग में गाड़ियां खड़ी की जा रही हैं। पार्किंग में वाहन पार्क करने के बाद लोग शटल बस जा सकते हैं। लेकिन रास्ते जाम हैं। शटल बस जाम में रेंग रही हैं। स्टेशन से लोगों को पैदल जाना पड़ रहा है। पार्किंग और स्टेशन से 10 से 15 किमी की दूरी लोगों को पैदल तय करनी पड़ रही है। VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं।