सोनीपत में अवैध धंधे का भंडाफोड़, अमेरिकी नागरिकों को बनाते थे शिकार

Sonipat Fake Call Center सोनीपत में पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है जो अमेरिकी नागरिकों को निशाना बना रहा था। गिरोह के सदस्य एपल कस्टमर सर्विस या बैंक कर्मचारी बनकर अमेरिकी नागरिकों से बातचीत करते थे और उन्हें ठगते थे। पुलिस ने छापेमारी कर चार संचालकों सहित नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इस स्टोरी में पढ़िए पूरी खबर।
फर्जी कॉल सेंटर के जरिए अमेरिकी नागरिकों को ठगने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। गिरोह के सदस्य एपल कस्टमर सर्विस या बैंक कर्मचारी बनकर अमेरिकी नागरिकों से बातचीत करते थे।
थाना कुंडली पुलिस ने छापेमारी कर चार संचालकों सहित नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में एक युवती भी शामिल है। फिलहाल पुलिस (Sonipat Police) आरोपितों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, लेक ग्रोव सोसाइटी की चौथी मंजिल पर एक फ्लैट में शुभम भारद्वाज, विपुल, कर्ण और निशांत मिलकर फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। फ्लैट में छापेमारी की तो वहां आठ युवक और एक युवती मिले।
पुलिस के मुताबिक, लेक ग्रोव सोसाइटी की चौथी मंजिल पर एक फ्लैट में शुभम भारद्वाज, विपुल, कर्ण और निशांत मिलकर फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। फ्लैट में छापेमारी की तो वहां आठ युवक और एक युवती मिले।
ये अमेरिकी नागरिकों से लैपटॉप के जरिये कॉल कर रहे थे। पूछताछ में पता चला कि विपुल, शुभम, निशांत और कर्ण यह कॉल सेंटर बराबर की साझेदारी में चलाते हैं। सूरज और अमन जोगी 30 हजार रुपये सैलरी और कमीशन पर काम करते थे।
इनके अलावा अनिकेत, मानसी, चिराग शर्मा, आशीष, अमन और ध्रुव डायलर का काम करते थे, जिन्हें 15 हजार रुपये का वेतन और कमिशन मिला था। पुलिस ने आरोपितों के पास से सात लैपटॉप और 10 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
विपुल के मोबाइल से विदेशी नागरिकों की कॉल लिस्ट, इमिग्रेशन की लिस्ट, गिफ्ट एपल और यूएसडीटी ट्रांजेक्शन के फोटो मिले हैं। आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
आरोपित टोल फ्री नंबर 18332387409 पर माइक्रो एसआईपी और एक्स-लाइट के जरिये अमेरिकी नागरिकों या अमेरिका में बसे भारतीय सहित अन्य देशों के नागरिकों को कॉल करते थे। बैंक और एपल कस्टमर केयर से बताकर उन्हें फोन हैक होने और डिपोर्ट का डर दिखाते थे। गिफ्ट कार्ड के जरिये भी ठगी होती थी।
RAGA NEWS ZONE
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