हिन्दू पँचांग

🪷 *हिन्दू पँचांग* 🪷
*11 – 5 – 2025*
🪷 *विक्रम सम्वत~ 2082 (सिद्धार्थ)*
🪷 *दिन ~ रविवार*
🪷 *अयन ~ उत्तरायण*
🪷 *द्रिक ऋतु ~ ग्रीष्म*
🪷 *कलयुग ~ 5125 साल*
🪷 *सूर्योदय~ 05:33* (*दिल्ली*)
🪷 *सूर्यास्त ~ 19:03*
🪷 *चन्द्रोदय ~ 18:01*
🪷 *चन्द्रास्त ~ 04:56 मई 12*
🪷 *तिथि~ चतुर्दशी*
🪷 *नक्षत्र ~ चित्रा*
🪷 *चंद्र राशि ~ तुला*
🪷 *पक्ष ~ शुक्ल पक्ष*
🪷 *मास ~ वैशाख*
🪷 *करण ~*
*गर~ 18:46 तक।*
*वणिज ~ 20:01*
🪷 *अभिजीत मुहुर्त ~*
*11:51 – 12:45*
🪷 *राहु काल ~*
*17:21 – 18:03*
🪷 *गण्डमूल ~*
*14- मई 21:47 से, 16- मई 16:07 तक*
🪷 *पंचक~*
*20- मई 7:35 से, 24- मई 13:48 तक*
🪷 *दिशा शूल ~ पश्चिम*
🪷 *योग ~*
*व्यतिपात योग : इस योग में किए जाने वाले कार्य से हानि ही हानि होती है। अकारण ही इस योग में किए गए कार्य से भारी नुकसान उठाना पड़ता है। किसी का भला करने पर भी आपका या उसका बुरा ही होगा।*
🪷 *यात्रा ~*
*रविवार*
*यात्रा प्रारंभ करते समय शक्कर अथवा उससे बने पदार्थ खाकर या घी अथवा उससे बने पदार्थ सेवन कर यात्रा करें तो सफलता मिलती है। यदि घी-शक्कर दोनों से संयुक्त व्यंजन का सेवन किया जाए तो सफलता मिलने की संभावना प्रबल होती है।*
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*वैशाख पूर्णिमा*
🪷 *वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि हिंदू धर्म में बेहद शुभ मानी जाती है. इस दिन स्नान, दान और पूजा-पाठ करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। खास बात ये है कि इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है।*
🪷 *गौतम बुद्ध की जयंती भी इसी दिन मनाई जाती है। ऐसे में यह दिन धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।*
🪷 *बुद्ध पूर्णिमा को शुभ दिनों में से एक माना जाता है। माना जाता है कि वैशाख पूर्णिमा के दिन ही भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। इसके अलावा सात वर्षों की कठिन तपस्या के बाद आज ही के दिन भगवान गौतम बुद्ध को बिहार के बोधगया के बोधिवृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। मान्यताओं के अनुसार इसी दिन उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बुद्ध का महानिर्वाण भी हुआ था।*
🪷 *वैशाख पूर्णिमा व्रत 12 मई 2025 को रखा जाएगा।*
🪷 *चंद्रमा का उदय 12 मई को शाम 5:59 बजे होगा, इसी समय चंद्रमा को अर्घ्य देने की परंपरा है।*
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