चंडीगढ़ में हेलीपैड के लिए हरियाणा ने मांगी जमीन, सभी जिलों के लिए जल्द शुरू होगी हेलीकॉप्टर सेवा

हरियाणा ने चंडीगढ़ में हेलीपैड बनाने के लिए यूटी प्रशासन से जगह मांगी है। देहरादून में आयोजित नागरिक उड्डयन मंत्रियों के सम्मेलन में हरियाणा के मंत्री विपुल गोयल ने चंडीगढ़ प्रशासन से अनुरोध किया कि राज्य को हेलीपैड के लिए भूमि उपलब्ध करवाई जाए ताकि हरियाणा के विभिन्न जिलों को हेलीकॉप्टर कनेक्टिविटी दी जा सके।
दो दिवसीय संगोष्ठी का उद्देश्य केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय, एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय तथा अन्य संबंधित संस्थाओं के साथ सभी राज्यों के नागरिक उड्डयन विभागों के बीच संवाद एवं समन्वय को सुदृढ़ करना था।
इसमें राज्यों की जरूरतों और प्रस्तावों को साझा करने और नीति निर्माण को व्यावहारिक धरातल तक पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण चर्चा हुई। सम्मेलन में विपुल गोयल ने बताया कि गुरुग्राम और फरीदाबाद में हेलीपैड को विकसित किया जा रहा है।
हरियाणा अब एविएशन सेक्टर में राष्ट्रीय पटल पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रहा है। हिसार एयरपोर्ट से नियमित उड़ानों की शुरुआत हो चुकी है, जो राज्य के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
विपुल गाेयल ने केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू से अनुरोध किया किया वे हिसार का दौरा करें और एयरपोर्ट विस्तार योजनाओं में राज्य को सहयोग दें। हिसार देश का तीसरा ऐसा एयरपोर्ट है जहां विस्तार की अपार संभावनाएं हैं।
7200 एकड़ में फैले इस एयरपोर्ट में 4000 मीटर लंबा रनवे, बेहतरीन सड़क और रेल कनेक्टिविटी तथा आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर है जो इसे उत्तर भारत के प्रमुख एविएशन केंद्र के रूप में स्थापित कर सकता है।
हिसार में रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल सुविधा का कार्य प्रगति पर है, जिसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार से पूर्ण सहयोग की अपेक्षा जताई।
उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा कि देश में जहां भी एक्सप्रेस-वे और हाईवे बन रहे हैं, वहां सड़क के साथ-साथ एयर एंबुलेंस सेवाओं के लिए स्ट्रिप्स विकसित करना अनिवार्य किया जाना चाहिए। इससे आपातकालीन सेवाओं को नई गति मिलेगी।
उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन विभाग केवल यात्रियों की उड़ान तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्य में रिक्रिएशनल एविएशन और खेल गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। भिवानी और महेंद्रगढ़ में अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल परिसर बनाए जा रहे हैं।
साथ ही हम फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट स्थापित कर रहे हैं ताकि देश के लिए पायलट्स तैयार किए जा सकें और हरियाणा इसमें अग्रणी भूमिका निभा सके।