हरियाणा में मुख्यमंत्री पद को लेकर कुमारी सैलजा का बड़ा बयान, बताया किसका फैसला मानेंगी
कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने बृहस्पतिवार को कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की जीत होने पर मुख्यमंत्री का फैसला आलाकमान करेगा और यह निर्णय सबको स्वीकार्य होगा। कुमारी सैलजा ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के चुनाव की कांग्रेस में एक व्यवस्था है और इसका पालन हरियाणा में भी होगा।
मुख्यमंत्री पद के लिए उनकी दावेदारी के बारे में पूछे जाने पर सैलजा ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री का फैसला हमेशा आलाकमान करता है। नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक होती है जिसमें एक लाइन का प्रस्ताव पारित किया जाता है कि मुख्यमंत्री चुनने के लिए आलाकमान अधिकृत है। अंतिम फैसला आलाकमान का होता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का फैसला सबको स्वीकार्य होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि वह अपनी पार्टी से कभी दूर नहीं थीं और कभी हो भी नहीं सकतीं। कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास हरियाणा विधानसभा चुनाव में कोई मुद्दा नहीं है उसे अपने 10 साल के ‘कुशासन’ का जवाब देना होगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री करीब दो सप्ताह के बाद बृहस्पतिवार को चुनाव प्रचार में उतरीं। वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ करनाल के असंध में चुनावी मंच पर नजर आईं। उस मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान भी थे।
सैलजा ने उनकी नाराजगी की अटकलों को लेकर भाजपा के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर से कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं हैं। वो कांग्रेस की तरफ देखते हैं कि उन्हें मुद्दा मिले। कांग्रेस उनको मुद्दा देने वाली नहीं है। उन्हें 10 साल के कुशासन का जवाब देना है। उनका कहना था कि रही बात मेरी, तो मैं कांग्रेस से कभी दूर नहीं थी और कभी हो भी नहीं सकती हूं।