हरियाणा में जनादेश के राजतिलक का फैसला आज, भाजपा कर रही लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का दावा
हरियाणा की राजनीति में मंगलवार का दिन बेहद खास है, क्योंकि जनादेश से राजतिलक का फैसला होगा। प्रदेश में सुबह आठ बजे मतगणना शुरू हो गई है। शुरूआती रुझान में ही स्पष्ट हो रहा है कि जनादेश किस राजनीतिक दल के साथ गया है। हालांकि दोपहर 12 बजे तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी कि एग्जिट पोल कितने सटीक साबित हुए हैं। हरियाणा में भाजपा हैट्रिक लगाने का दावा कर रही है तो कांग्रेस को 10 साल का वनवास खत्म होने की आस है, क्योंकि एग्जिट पोल में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की उम्मीद है। इसके साथ ही क्षेत्रीय दल भी अपनी पूछ होने की उम्मीद में बैठे हैं। राज्य में तकरीबन ढाई दर्जन सीटें ऐसी हैं, जहां पर क्षेत्रीय दल और बागी उम्मीदवार बड़ा उलटफेर कर सकते हैं।
मंगलवार सुबह 1031 प्रत्याशियों के भाग्य पर दबे बटन का नतीजा सामने आएगा। राज्य में तकरीबन 67.90 फीसदी मतदान हुआ था और मतदाताओं ने प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में लॉक की थी।
राज्य में करीब तीन से चार दर्जन विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस व भाजपा उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर है। इन्हीं विधानसभा सीटों पर राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की हार-जीत तय करेगी कि राज्य में कांग्रेस सत्ता में लौटेगी या फिर भाजपा तीसरी बार सरकार बनाएगी। कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जिनकी सीट लगभग सेफ है। कांग्रेस ने दावा किया है कि लाडवा सीट फंसी हुई है और यहां कांग्रेस के मेवा सिंह भी जीत सकते हैं। कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रोहतक जिले की गढ़ी सांपला किलोई से चुनाव लड़ रहे हैं, जिनकी सीट सेफ है, लेकिन भाजपा को उम्मीद है कि उनकी पार्टी की उम्मीदवार मंजू हुड्डा कोई गेम कर सकती हैं।
त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में होगी मतगणना, हर मतगणना केंद्र में तीन प्रवेश द्वार
हरियाणा में मंगलवार को सुबह आठ बजे से त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में मतगणना होगी। सभी 90 मतगणना केंद्रों पर 12 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि चुनाव आयोग की टीम के साथ ही एसपी और आईजी सहित पुलिस के उच्चाधिकारी मतगणना केंद्रों पर नजर रखेंगे। हर मतगणना केंद्र में तीन प्रवेश द्वार होंगे। 20 साल में पहली बार न लोकसभा चुनाव और न विधानसभा चुनाव में पुनर्मतदान की नौबत आई है। मतगणना केंद्रों पर 30 सीएपीएफ, 30 आइआरबी/एचएपी की टुकड़ियों सहित जिला पुलिस के कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।