Haryana News: सोशल मीडिया पर छाया गिब्ली ट्रेंड, प्राइवेसी को हो सकता है खतरा, एसपी ने दी सतर्क रहने की सलाह

इस संदर्भ में एडवाइजरी जारी करते हुए एसपी ने बताया कि साइबर एक्सपर्ट का मानना है कि ओपन एआइ जैसी कंपनियां, इन फोटो का उपयोग एआइ ट्रेनिंग के लिए कर सकती हैं और बिना आपकी सहमति के ये फोटोज डेटा ब्रोकर के जरिए साइबर फ्रॉड करने वाले अपराधियों के हाथों में पहुंच सकती हैं। साइबर अपराधी इन फोटो का गलत इस्तेमाल कर आपको ब्लैकमेल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे टेक्नालाजी अपना रूप बदल रही है वैसे-वैसे साइबर अपराधी ठगी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। नागरिक सावधानी रखकर एआइ स्कैम से बच सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले तक जालसाज लिंक भेजकर, फर्जी वेबसाइट बनाकर आनलाइन जालसाजी करते थे, लेकिन अब फ्रॉड के लिए एआइ तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक के जरिए साइबर अपराधी लोगों की आवाज को भी कॉपी कर साइबर फ्राड को अंजाम दे रहे हैं। फोटो के जरिए आपका नकली वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर पैसों की डिमांड की जा रही है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से नामी लोगों के डीप फेक वीडियो के कई मामले सामने आ चुके हैं। यदि किसी अनजान नंबर से आपके पास कॉल या वीडियो कॉल आया है और उसमें आपके पहचान वाले व्यक्ति की आवाज सुनाई दे रही है या उसका वीडियो दिख रहा है तो उसकी बातों में आने के बजाय उसकी पड़ताल करें और उसके असली नंबर पर संपर्क करें। ऐसा करके आप खुद को स्कैम से बचा पाएंगे। आधुनिकता की इस युग में सावधानी व सतर्कता ही साइबर अपराधियों से बचने का बेहतर उपाय है।