हरियाणा की जेलों में बंद गैंगस्टर अब लगाएंगे झाड़ू, जेल की वर्दी और चप्पल भी पहननी पड़ेगी
हरियाणा की जेलों में बंद पड़े गैंगस्टर अब झाड़ू लगाते हुए दिखाई देंगे। हरियाणा प्रिजन रूल्स 2022 के तहत गैंगस्टरों से जेल की सफाई, सैनिटेशन और रखरखाव का काम कराया जाएगा। जेल महानिदेशक आलोक कुमार राय ने कहा है कि जेल में बंद हर अपराधी को आम कैदियों की तरह रहना होगा। अपराधियों और गैंगस्टरों को लेकर जो ‘ग्लैमर इमेज’ सोशल मीडिया पर बनाई जाती है, उसे खत्म किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘हम जेलों की हकीकत जनता को दिखाएंगे, ताकि युवाओं को अपराध की सजा का असली चेहरा नजर आए।’
जेलें सुधार की प्रयोगशाला बनेंगी
डीजी जेल ने चिंता जताई कि गैंगस्टरों की गिरफ्तारी के बाद भी उनके महिमामंडन का ट्रेंड समाज में बढ़ा है। हरियाणा की जेलें सुधार की प्रयोगशाला बनेंगी। उन्होंने कहा कि किसी अपराधी को विशेष सुविधा नहीं मिलेगी। सभी को जेल वर्दी और तय जूते-चप्पल ही पहनने होंगे। सभी के बाल कटेंगे। ब्रैंडेड कपड़े, महंगे जूते और दिखावे की वस्तुएं सख्त मना हैं। राय ने कहा कि जेल में रहना सजा है, स्टाइल नहीं।
हरियाणा सरकार का यह कदम राज्य में अपराध और गैंगस्टर संस्कृति पर नकेल कसने की दिशा में एक बड़ा संदेश माना जा रहा है। लंबे समय से देखा गया है कि कई कुख्यात अपराधी जेल में भी पूरी सुविधाओं के साथजीवन जीते हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी दबंग छवि बनाए रखते हैं। यही कारण है कि युवा वर्ग में अपराधियों को लेकर एक तरह का आकर्षण बढ़ता गया। अब जेल विभाग की नई व्यवस्था इस छवि को तोड़ने और अपराध के असली परिणामों को उजागर करने की दिशा में निर्णायक कदम है। अधिकारियों का मानना है कि जब गैंगस्टर खुद झाड़ू लगाते, सफाई करते या साधारण कपड़ों में नजर आएंगे, तो समाज में यह संदेश जाएगा कि अपराध का अंत अपमान और पछतावे के साथ होता है, न कि शान और शोहरत के साथ।
