UPI से लेकर AI तक, पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया भारत कैसे बना सुपर पावर

पीएम मोदी ने डिजिटल इंडिया के विषय पर आज एक खास ब्लॉग लिखा है, जिसमें उन्होंने पिछले 10 सालों में कैसे बड़े विश्वास के साथ अज्ञात क्षेत्रों में विकास किया है। यह ब्लॉग Linkedin पर मौजूद है। बता दें कि साल 2014 से पहले भारत की डिजिटल पहचान बहुत सीमित थी। देश में इंटरनेट सिर्फ कुछ बड़े शहरों तक ही सीमित था, लोग तकनीक से दूर थे और सरकारी सेवाएं भी धीरे-धीरे चलती थीं। मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने डिजिटल क्षेत्र में ऐतिहासिक रूप से छलांग लगाई है और विकास किया है।
अब भारत न सिर्फ तकनीक का उपयोग कर रहा है, बल्कि दुनिया को डिजिटल मॉडल सिखा रहा है। देश के हर सेक्टर शिक्षा से लेकर बाजार में सब्जी लेने के लिए भी डिजिटल सर्विस का सहारा लिया जाता है। इस नई सोच की वजह से लोगों की मानसिकता को बदला है और प्रौद्योगिकी का उपयोग कर अमीर और गरीब के बीच की खाई को खत्म किया है।
भारत ने डिजिटल क्षेत्र में 7 ऐसे बड़े कदम उठाए हैं, जिसने देश को प्रगतिशील और सुपर पावर बनाने में काफी मदद की है।
मोदी सरकार के नेतृत्व में लॉन्च हुआ UPI भारत की सबसे बड़ी ताकत बन गया है। अब हर कोई बिना कैश, बिना कार्ड सेकेंडों में पैसों का लेनदेन कर सकता है। यह लेनदेन पूरी तरह सिक्योर है। साल 2024 तक भारत में हर साल 100 अरब से अधिक डिजिटल ट्रांजैक्शन हुए हैं। सिर्फ इतना ही नहीं दुनिया का हर दूसरा रीयल-टाइम ट्रांजैक्शन भारत में हो रहा है।
इस सेवा के माध्यम से लोगों को सरकारी सब्सिडी सीधे उनके बैंक खातों तक पहुंच रही है। Direct Benefit Transfer यानी DBT की सुविधा से देश के हर छोटे-बड़े शहर के लोगों की मदद की है। अब गैस सब्सिडी, छात्रवृत्ति या पेंशन, सब कुछ सीधे बैंक अकाउंट में आते हैं। इससे अब तक 44 लाख करोड़ रुपयों का ट्रांसफर हो चुका है और 3.48 लाख करोड़ रुपयों की बचत हुई है।
इस एप की मदद से आप अपनी जेब में बिना वजन के ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, स्कूल सर्टिफिकेट जैसे सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स को हमेशा सुरक्षित रख सकते हैं। DigiLocker की मदद से 54 करोड़ यूजर्स ने 775 करोड़ से ज्यादा दस्तावेजों को स्टोर किया है।
कोरोना काल में भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान चलाया था। इस दौरान मोदी सरकार ने CoWIN प्लेटफार्म के जरिए, 220 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए थे और सभी को QR-कोड सर्टिफिकेट भी मिले थे। ये तकनीक भारत ही नहीं अन्य कई देशों के लिए मिसाल बनकर सामने आई थी।
ओपन नेटवर्क फॉर डिजीटल कॉमर्स (ONDC) की मदद से देश के छोटे व्यापारियों को अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपने उत्पादों को बेचने का विकल्प मिला है। अब बनारस के बुनकर हो या नागालैंड के कारीगर, हर कोई पूरे देश में अपना सामान बेच सकता है।
मोदी सरकार के कार्यकाल में भारत में 5G इंटरनेट सेवा शुरू हुई है। देश में केवल 2 साल में 4.8 लाख से ज्यादा 5G टावर लग चुके हैं। अब इंटरनेट गलवान, सियाचिन जैसे देश के दुर्गम इलाकों में भी पहुंच चुका है।
देश ने एआई मिशन के लिए 1.2 बिलियन डॉलर रुपये खर्च किए हैं। इसकी मदद से वैश्विक स्तर पर भारत का विकास हुआ है। AI टूल की मदद से हर सेक्टर के लोगों का विकास हुआ है और लगातार इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। देशभर में AI एक्सिलेंस केंद्र खुल रहे हैं, जो युवाओं को AI सिखा रहे हैं।