हरियाणा में बारिश, आंधी और बिजली गिरने का अलर्ट, अभी भी तापमान 43 डिग्री के पास, किसानों के लिए एडवाइजरी जारी – HARYANA WEATHER UPDATE

हरियाणा में पिछले कुछ दिनों से मौसम ने करवट बदली है. गुरुवार को कई जिलों में बारिश और तेज हवाओं के साथ आंधी ने दस्तक दी, जिसका असर शुक्रवार को भी जारी रहने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, दिनभर बादल छाए रहेंगे और हल्की बूंदाबांदी के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं. मौसम विभाग ने बापौली, घरौंदा, करनाल, इंद्री, रादौर, सफीदों, पानीपत, असंध, कैथल, नीलोखेड़ी, कलायत, थानेसर, गुहला, पिहोवा, शाहाबाद, अंबाला के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने के साथ हल्की आंधी (हवा की गति 30-40 किमी प्रति घंटे) होने की संभावना जताई है.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉक्टर मदनलाल खीचड़ ने बताया कि पूर्वी हवाओं के प्रभाव से पिछले कुछ दिनों में तापमान में तेजी से इजाफा हुआ था. अप्रैल के मध्य में सामान्य रूप से देखा जाने वाला तापमान इस बार 4-5 दिन पहले ही दर्ज किया गया. इसका कारण सूर्य की किरणों का सीधा पृथ्वी पर पड़ना है.
डॉक्टर खीचड़ के अनुसार, 9 अप्रैल की रात से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है, जिसके चलते बादल छाए हुए हैं और बारिश की स्थिति बनी हुई है. इस विक्षोभ के प्रभाव से अगले कुछ दिनों तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा. हालांकि, 14 अप्रैल के बाद तापमान में फिर से बढ़ोतरी की संभावना है. इस दौरान किसानों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, खासकर गेहूं की कटाई के समय.
भिवानी के कृषि विभाग के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर देवीलाल ने किसानों को सलाह दी है कि गेहूं की कटाई के दौरान विशेष ध्यान रखा जाए. उन्होंने कहा कि कटाई के बाद गेहूं को तुरंत बांधकर बंडल बनाना चाहिए ताकि तेज हवाओं या बारिश से फसल को नुकसान न हो. मशीन से कटाई करने वाले किसानों को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गेहूं को बांधकर सुरक्षित रखा जाए.
कटाई के बाद फसल को ढककर रखने से बारिश के कारण होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है. पानीपत जैसे क्षेत्रों में आसमानी बिजली की चमक ने भी किसानों की चिंता बढ़ा दी है, जिसके चलते उन्हें अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है.
गुरुवार को हरियाणा के अधिकतम तापमान में औसतन 0.6 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई, लेकिन यह अभी भी सामान्य से 5.5 डिग्री अधिक है. हिसार प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा, जहां तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. बीते 24 घंटों में तापमान में काफी बदलाव देखा गया. सोनीपत में तापमान 1 डिग्री बढ़कर 39.6 डिग्री सेल्सियस हो गया, जबकि रेवाड़ी में 2.1 डिग्री की गिरावट के साथ तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक बारिश और बादल छाए रहने की स्थिति बनी रहेगी. इससे तापमान में मामूली राहत मिल सकती है, लेकिन गर्मी का असर पूरी तरह कम नहीं होगा. किसानों और आम लोगों को मौसम की इस अनिश्चितता के बीच सतर्क रहने की जरूरत है. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां फसलों की कटाई और भंडारण का काम जोरों पर है, मौसम की मार से बचने के लिए पहले से तैयारी कर लेनी चाहिए.