विजिलेंस ब्यूरो ने अनाज मंडियों में लेबर और ट्रांसपोर्टेशन टेंडर घोटाले से जुड़े आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
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अब तक घोटाले से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है
चंडीगढ़, 22 अक्टूबर,
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने एक और भगोड़े आरोपी यशपाल निवासी गांव उधनवाल, जिला एसबीएस नगर को गिरफ्तार किया है, जो एसबीएस नगर जिले की दाना मंडियों में लेबर कार्टेज और ट्रांसपोर्टेशन टेंडरों में धोखाधड़ी में शामिल था। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग और खरीद एजेंसियों सहित अन्य ठेकेदारों और संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों की मिलीभगत से। इस संबंध में पूर्व खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु, उनके निजी सहायक पंकज कुमार उर्फ मीन मल्होत्रा, डिप्टी डायरेक्टर आर.के. सिंगला, डीएफएससी राकेश भास्कर के अलावा इस धोखाधड़ी और गबन के जरिए सरकारी खजाने को चूना लगाने वाले तीन ठेकेदारों तेलू राम, यशपाल और अजयपाल के खिलाफ पहले ही मामला दर्ज किया जा चुका है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि एसबीबी नगर की अनाज मंडियों में हुए घोटाले की जांच के बाद ब्यूरो ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 409, 467 और 468, 471, 120-बी और भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है. प्रिवेंशन एक्ट की धारा 7, 8, 12, 13 (2) के तहत 22-09-22 को पुलिस स्टेशन विजिलेंस, जालंधर में केस नंबर 18 दर्ज किया गया था।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने बताया कि वर्ष 2020-2021 में गेहूं/धान/स्टॉक से संबंधित अनाज मंडियों में लेबर कार्टेज और ट्रांसपोर्टेशन टेंडर के दौरान रु. को-ऑपरेटिव लेबर एंड कंस्ट्रक्शन सोसायटी के मालिक हनी कुमार ने नवांशहर और राहों क्लस्टर के लिए टेंडर जमा किए और दूसरी संस्था पी.जी. गोदाम ने नवांशहर के लिए मूल टेंडर रेट पर ही टेंडर भरे थे, जिन्हें विभाग ने बिना किसी ठोस आधार/कारण के खारिज कर दिया, लेकिन ठेकेदार तेलू राम को नवांशहर क्लस्टर के लिए 71% अधिक रेट पर और राहों क्लस्टर के लिए टेंडर अलॉट कर दिया गया। 72% अधिक दरें की गईं
प्रवक्ता ने बताया कि बाद में वर्ष 2022-23 के लिए निविदाएं बुलाई गईं और उक्त हनी कुमार ने अपनी उपरोक्त फर्मों के माध्यम से क्लस्टर और नवांशहर क्लस्टर में श्रम कार्यों के लिए मूल दरों पर फिर से निविदाएं प्रस्तुत कीं, लेकिन जिला निविदा आवंटन समिति ने उनके प्रस्तावों को खारिज कर दिया। टेंडर रद्द कर दिए और नवांशहर क्लस्टर के कार्यों के लिए ठेकेदार अजयपाल को 73 प्रतिशत अधिक दरों पर और राहों क्लस्टर में 72 प्रतिशत अधिक दरों पर लेबर टेंडर आवंटित कर दिए।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि ठेकेदार तेलू राम और यशपाल द्वारा वर्ष 2020-21 के लिए टेंडर भरते समय और ठेकेदार अजयपाल द्वारा वर्ष 2020-21 और 2022-23 के दौरान माल परिवहन वाहनों के पंजीकरण नंबरों के संबंध में ऑनलाइन सूचियां संलग्न की गई थीं। उन्हें संबंधित जिला परिवहन अधिकारियों द्वारा सत्यापित किया गया था। लेकिन जांच के दौरान पता चला कि ठेकेदारों द्वारा दी गई इन सूचियों में बड़ी संख्या में स्कूटर, मोटरसाइकिल, कार, पिकअप, ट्रैक्टर ट्रॉली, क्लोज बॉडी ट्रक, एल.पी.जी. टैंकर और हार्वेस्टर जैसे वाहनों का उल्लेख किया गया है, जबकि ऐसे वाहनों पर अनाज का परिवहन नहीं किया जा सकता है।
जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि गेट पास में अंकित वाहन पंजीकरण नंबर फर्जी होने के साथ-साथ इन गेट पास में अंकित खाद्यान्न की मात्रा का विवरण भी फर्जी है, जिससे गलत रिपोर्टिंग व गबन की आशंका है. उन्होंने कहा कि विभाग के संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों ने उक्त ठेकेदारों को इन फर्जी गेट पासों की जांच किए बिना किए गए कार्यों के लिए पैसे भी दिए थे।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इसके अलावा टेंडर प्रक्रिया के दौरान उक्त ठेकेदारों द्वारा उपलब्ध कराए गए श्रमिक आधार कार्ड की फोटोकॉपी की जांच करने पर पता चला कि इनमें से कई आधार कार्ड छोटे श्रमिकों के हैं, कई आधार कार्ड 60 साल से अधिक पुराने हैं. .आधार कार्ड पुराने हैं और कई अपठनीय हैं। तथ्यों के मुताबिक जिला निविदा समिति को संबंधित ठेकेदारों की इस तकनीकी बोली को खारिज कर देना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. इस प्रकार खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग तथा संबंधित खरीद एजेंसियों के संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों ने आपसी मिलीभगत से श्रमिक कुटीर एवं परिवहन टेंडरों में यह फर्जीवाड़ा किया है। इस जांच के आधार पर उक्त आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस मामले में अब तक चार आरोपियों भारत भूषण आशु, मीनू मल्होत्रा, तेलू राम और यशपाल को गिरफ्तार किया जा चुका है और बाकी भगोड़े आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. बता दें कि आरोपी डीएफएससी राकेश भास्कर की पहले ही मौत हो चुकी है। विजिलेंस ब्यूरो ने उपनिदेशक आरके सिंगला को भगोड़ा घोषित करने के लिए सक्षम अदालत में कार्रवाई शुरू कर दी है.