वन-स्टॉप सेंटरों के कर्मचारियों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन
चंडीगढ़, 18 सितंबर
सखी वन स्टॉप सेंटर महिलाओं और लड़कियों के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की सबसे अच्छी पहलों में से एक है।
सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री डाॅ. बलजीत कौर के दिशानिर्देशों के तहत, विभाग राज्य में महिलाओं को सशक्त बनाने और महिलाओं को किसी भी प्रकार की हिंसा से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अनुसार पंजाब भवन में यू.एन. महिला एवं एस.ए.डी.आर.ए.जी. के सहयोग से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया
वन-स्टॉप सेंटर लिंग आधारित हिंसा से प्रभावित महिलाओं को सहायता और मुफ्त सुविधाएं प्रदान करने के लिए राज्य में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि विभाग ने वन स्टॉप सेंटर को प्रदेश में मॉडल के रूप में विकसित किया है। महिलाओं के साथ मिलकर काम कर रही हूं.
कार्यशाला में सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक सुश्री माधवी कटारिया ने बताया कि यू.एन. पिछले वर्ष पंजाब के 22 जिलों में वन-स्टॉप सेंटरों और संबंधित सेवा प्रदाताओं के कर्मचारियों और संचालकों को प्रशिक्षित करने में महिलाओं ने बड़ी प्रतिबद्धता दिखाई है। इसमें 565 अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है.
इस अवसर पर श्रीमती कांता सिंह, उप देश प्रतिनिधि, संयुक्त राष्ट्र. वूमेन इंडिया कंट्री ऑफिस ने कहा कि हिंसा से बची महिलाओं की जरूरतों को पूरा करना न केवल नैतिक रूप से अनिवार्य है, बल्कि न्याय, समानता और हमारे समाज की भलाई के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण भी है।
इस अवसर पर सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी तथा वन स्टॉप सेंटरों के प्रमुख उपस्थित थे।