सूर्य का अध्ययन करने वाला इसरो का पहला भारतीय मिशन आज लॉन्च किया जाएगा
सूर्य का अध्ययन करने वाला इसरो का पहला भारतीय मिशन आज लॉन्च किया जाएगा
श्रीहरिकोटा, 2 सितंबर
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) सूर्य का अध्ययन करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस सिलसिले में आज सुबह 11.50 बजे पीएसएलवी एक्सएल रॉकेट के जरिए श्रीहरिकोटा से आदित्य एल1 अंतरिक्ष यान लॉन्च किया जाएगा। वाला है पहला भारतीय मिशन.
प्रक्षेपण के 4 महीने बाद अंतरिक्ष यान लैग्रेंज प्वाइंट-1 (एल1) पर पहुंचेगा। इस समय ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं पड़ता, जिससे यहां से सूर्य का अध्ययन करना आसान हो जाता है। लैग्रेंज बिंदुओं का नाम इतालवी-फ्रांसीसी गणितज्ञ जोसेफ-लुई लैग्रेंज के नाम पर रखा गया है।
इसे बोलचाल की भाषा में L1 कहा जाता है. पृथ्वी और सूर्य के बीच पांच ऐसे बिंदु हैं, जहां सूर्य और पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल संतुलित होता है और केन्द्रापसारक बल का निर्माण होता है। ऐसे में यदि एक यदि इस स्थान पर वस्तु रखी जाए तो वह आसानी से दोनों के बीच स्थिर रहती है और ऊर्जा भी कम होती है। पहला लैग्रेंज बिंदु पृथ्वी और सूर्य के बीच 1.5 मिलियन किमी की दूरी पर है।