लोकहित सेवा समिति द्वारा अमर शहीद वीर विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के उपलक्ष्य में उनकी देश के प्रति समर्पित जीवनी पर सूर्यामहल बैंक्वेट मुबारकपुर में एक नागरिक गोष्ठी का आयोजन
लोकहित सेवा समिति द्वारा अमर शहीद वीर विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के उपलक्ष्य में उनकी देश के प्रति समर्पित जीवनी पर सूर्यामहल बैंक्वेट मुबारकपुर में एक नागरिक गोष्ठी का आयोजन किया गया. गोष्ठी का शुभारम्भ वीर विनायक सावरकर के चित्र के सामने मुख्य अतिथियों द्वारा पुष्पांजलि भेंट करके किया गया.
समिति के महासचिव बलवीर सिंह राजपूत के अनुसार इस गोष्ठी में समाजसेवी एवं उद्योगपति अजय शर्मा मुख्यातिथि, हरियाणा के दिव्यांगजन आयुक्त राजकुमार मक्कड़, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंगला, डेराबस्सी नगर परिषद् पार्षद मानविंदर टोनी राणा एवं जागृत ब्राह्मण सभा के पूर्व महासचिव विजय भारद्वाज विशेष अतिथि एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला सह कार्यवाह राजीव शर्मा मुख्य वक्ता रहे. समिति के मुख्य संरक्षक मुकेश गाँधी ने लोकहित सेवा समिति द्वारा जिले में चलाये जा रहे सेवा कार्यों पर प्रकाश डालते हुये बताया
कि बनवासी कल्याण आश्रम पंजाब के पूर्व कोषाध्यक्ष सतीश बंसल, भारत विकास परिषद् पंजाब प्रान्त से डा. सतीश कौशिक, जीरकपुर सेवक सभा अध्यक्ष संदीप परुथी, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट से राजेश शर्मा, यूनिफाइड रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ढकोली के अध्यक्ष के. आर. शर्मा, मोतिया हाइट्स सोसायटी के प्रधान सतीश मेहता,
भाजपा जिला सचिव शिव टोनी राणा, आर एस एस जिला सह सामाजिक समरसत्ता अधिकारी राजमणी तिवारी, भाजपा डेराबस्सी महिला मोर्चा अध्यक्ष ऊषा गौतम एवं भाजपा नेत्री कविता चौधरी सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने वीर विनायक सावरकर को श्रद्धा सुमन अर्पित किये. मुख्य वक्ता के रूप में राजीव शर्मा ने बोलते हुये वीर विनायक सावरकर को महान क्रान्तिकारी, स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, इतिहासकार, लेखक, कवि एवं राष्ट्रवादी नेता बताते हुये उनकी देश की आजादी को समर्पित योगदान पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा वीर सावरकर द्वारा अंग्रेजों से माफी मांगने की चर्चा को कोरी अफवाह बताते हुये ऐसी सोच को देशभक्तों का अपमान बताया. उन्होंने कहा कि वीर विनायक सावरकर ही पहले व्यक्ति थे,
जिन्होंने पूरे विश्व को 1857 की क्रान्तिकारी आजादी की लड़ाई के बारे में बताया था. राजकुमार मक्कड़ ने कहा कि अंडेमान की सेल्यूलर जेल में वीर विनायक सावरकर को कोल्हू पिसवाने के साथ- साथ अनेक यातनायें दी गयी, यहाँ तक कि उन्हें रोटियों में सीमेंट मिलाकर देने के अलावा एक छोटी सी काल कोठरी में बंद रखा गया. टोनी राणा ने भी उनके तीनो भाइयों को काले पानी की सजा पर चर्चा करते हुये उसे एक काला अध्याय बताया.
सभी वक्ताओं ने लोकहित सेवा समिति द्वारा वीर विनायक दामोदर सावरकर की जयंती को सेवा दिवस के रूप में मनाये जाने की भूरि – भूरि प्रसंशा की. समिति के अध्यक्ष सतीश भारद्वाज ने अतिथियों का स्वागत एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष निर्मल सिंह निम्मा ने धन्यवाद अदा किया. गोष्ठी को कामयाब करने में रेशमा मखलोगा मियां, डा. राशि अय्यर, सीता चौहान, नमो नारायण शर्मा, कैलाश मित्तल, हरेंदर सिंह, मोहन शर्मा, नवीन मनचंदा, डा. जगदीश मनोचा , प्रवीण सुधाकर, रमा शंकर त्रिपाठी, संगीता मल्होत्रा एवं डॉक्टर मधु मनोचा ने भी उल्लेखनीय योगदान दिया.