लोकसभा चुनाव को लेकर हुई आयोग की बड़ी बैठक, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग एक्शन में आ गया है. देशभर में होने वाले आम चुनाव को लेकर आयोग ने बड़ी बैठक की है. इसमें कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की गयी. बैठक में अधिकारियों से कहा गया कि इस चुनाव में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी, गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और सीएपीएफ के प्रमुख भी शामिल हुए. इसमें आयोग ने अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने और जब्ती रोकने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की है.
लापरवाही से प्रयोग करने पर कार्रवाई की जाएगी
सूत्रों का मानना है कि बैठक में अधिकारियों से कहा गया कि इस बार आयोग किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा. इस बार अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इस चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. माना जा रहा है कि लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है. राज्यों से लिए गए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और राज्य सशस्त्र पुलिस (एसएपी) को विभिन्न आकलन के आधार पर चुनाव के दौरान तैनात किया जाएगा। क्षेत्र में अपना प्रभाव दिखाने और संवेदनशील इलाकों में रूट मार्च करने के लिए सीएपीएफ को तैनात किया जाएगा।
2024 अब तक का सबसे महंगा चुनाव हो सकता है
जानकारों के मुताबिक 2024 के लोकसभा चुनाव में खर्च की रकम भी बढ़ने वाली है. 2009 से 2014 के बीच चुनाव खर्च लगभग तीन गुना हो गया। जहां 2009 के लोकसभा चुनाव में 1114.4 करोड़ रुपये खर्च हुए थे. इस तरह 2014 में 3870 करोड़ रुपये खर्च हुए. देश में सबसे कम खर्चीला लोकसभा चुनाव 1957 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने सिर्फ 5.9 करोड़ रुपये खर्च किये थे. लेकिन 2019 का लोकसभा चुनाव अब तक का सबसे महंगा चुनाव रहा है. यह पूरी दुनिया में अब तक का सबसे महंगा विकल्प है। संभावना है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में यह खर्च और बढ़ेगा.