परीक्षा रद्द नहीं होनी चाहिए…नीट मामले पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा
NEET-UG पेपर मामले में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब दाखिल कर दिया है. एनटीए अब तक दावा करता रहा है कि सभी राज्यों में पेपर लीक नहीं हुआ है। इसलिए पूरी परीक्षा रद्द नहीं की जानी चाहिए. यह व्यापक नहीं है. परीक्षा की शुचिता पर कोई असर नहीं पड़ा है.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का भी दावा है कि कोई व्यवस्थित विफलता नहीं हुई है. गोधरा में ओएमआर शीट का कोई मामला सामने नहीं आया है. कल सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सरकार और एनटीए से पूछा कि वे पेपर लीक के लाभार्थियों की संख्या जानना चाहते हैं. सरकार को यह भी बताना चाहिए कि उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गयी है.
जुलाई के तीसरे सप्ताह से काउंसलिंग शुरू होगी
नीट पेपर लीक मामले में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा भी दाखिल किया है. NEET-UG के मामले में केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि NEET काउंसलिंग प्रक्रिया जुलाई के तीसरे हफ्ते से शुरू होगी.
कल फिर सुनवाई
अब सुप्रीम कोर्ट इस मामले की दोबारा सुनवाई करेगा. केंद्र सरकार, सेंट्रल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) और सीबीआई सुप्रीम कोर्ट के सामने जवाब देंगे. चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच इस मामले को गंभीरता से देखेगी.
साफ है कि पेपर लीक हो गया है- सुप्रीम कोर्ट
देश की सर्वोच्च अदालत ने भी सुनवाई के दौरान कहा कि यह साफ है कि पेपर लीक हो गया है. सरकार को बताना चाहिए कि वह पेपर लीक के लाभार्थियों की पहचान कैसे करेगी। कोर्ट के सवालों पर एसजी ने कहा था कि हमने हर संभव कदम उठाए हैं. जांच चल रही है. 6 राज्यों में एफआईआर दर्ज की गई है.
सीबीआई ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया
नीट-यूजी पेपर लीक मामले में मंगलवार को सीबीआई ने पटना से एक अभ्यर्थी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया. इस तरह से सीबीआई अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. यह पहली बार है कि सीबीआई ने इस मामले में किसी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया है. आरोपी नालंदा का रहने वाला है.
पेपर लीक मामले में सीबीआई ने अब तक बिहार से 8 और गुजरात के लातूर और गोधरा से एक-एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. साथ ही देहरादून से एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है.