चंडीगढ़ में मोशन के नए सेंटर का उद्धाटन
चंडीगढ़ में मोशन के नए सेंटर का उद्धाटन
नितिन विजय ने मोटिवेशनल और करियर गाइडेंस सेमिनार को किया संबोधित
जेईई और नीट की तैयारी के लिए सही स्ट्रेटेजी जरूरी
चंडीगढ़, 16 दिसंबर 2023
देश के जाने माने शिक्षाविद, फिजिक्स टीचर और मोशन एजुकेक्शन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय यानी एनवी सर ने रविवार को मोशन के चंडीगढ़ सेंटर के उद्धाटन के बाद यहां एक्सिबिशन ग्राउंड में आयोजित निशुल्क मोटिवेशनल और करियर गाइडेंस सेमिनार को संबोधित किया और कहा कि गत 17 साल में हम लाखों बच्चों को जेईई और नीट की तैयारी करवा चुके है।
इसके उपरांत प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मोशन देश में किफायती मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के मिशन पर है। उन्होंने कहा कि हमने मोशन को ऐसा संस्थान बनाया है, जहां हर अमीर और गरीब विद्यार्थी खास है। हमने ऐसे मॉडल पर काम किया है, जिसमें कम लागत पर शिक्षा की गुणवत्ता बढ़े। इसी कारण सबको बढ़िया पढ़ाई किफायती मूल्य पर मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि छात्रों को क्लास रूम और ऑनलाइन कोचिंग दोनों के फायदे मिल रहे है। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपने कमजोर पक्ष को सुधारने में मदद के लिए मोशन की टीम ने अडेप्टिव कांसेप्चुअल प्रॉब्लम शीट मशीन-सीपीएस बनाई है। इसमें हम छात्रों की कमियों को समझने और उनको दूर करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल कर रहे है।
मोशन एजुकेक्शन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने कहा कि जेईई, नीट जैसे पेपर में सफलता के लिए सही स्ट्रेटेजी बहुत जरूरी है। चंडीगढ़ सेंटर के बारे बात करते हुए उन्होंने कहा कि यहां मुकुल गोयल सेंटर के डायरेक्टर होंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए कोटा में हम अनुभवी फैकल्टीज से पाठ्क्रम पूरा करवाकर अपडेट अध्ययन सामग्री और टेक्नोलॉजी सपोर्ट देते हैं। डाउट क्लीयर कर नियमित टेस्ट करवाते हैं। कोटा में उपलब्ध यह सुविधाएं अब चंडीगढ़ में भी उपलब्ध हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी सफलता के पीछे केवल कोचिंग ही नहीं, विद्यार्थी और उसके पैरेंट्स की भी बड़ी भूमिका होती हैं। एक शानदार सिस्टम भी तभी रिजल्ट दे पाता है, जब स्टूडेंट नियमित रूप से कक्षा में जाए, होमवर्क समय पर पूरा करें, बेकलोग नहीं बनाने दें, रोजाना अध्ययन करें, अपने शिक्षकों की बात माने और नियमित टेस्ट देकर अपनी कमियों पर गौर करके उनको ठीक करे।
उन्होंने कहा कि माता-पिता को भी चाहिए कि वह बच्चे से रोज बात करें और उसकी दिनचर्या पर नजर रखें। घर की समस्याओं और विवादों से दूर रखें, पीटीएम में भाग लें। बच्चों को हर टेस्ट देने के लिए प्रेरित करें और उनकी गलतियों को पहचान कर दूर करने में मदद करें। अगर टेस्ट में नंबर कम आते हैं, तो बच्चे को कहें कि तुम अपनी ओर से बेहतर करो, जो परिणाम आएगा, उसे हम पूरे दिल से स्वीकार करेंगे। यह आश्वस्ति उन्हें हौसला देगी। इस प्रकार कमजोर विषय की बार-बार प्रक्टिस होती है और एग्जाम से पहले ही कमजोरी दूर हो जाती है। इससे आईआईटी और नीट की तैयारी आसान हुई है और कमजोरी दूर होने से एवरेज बच्चों के सलेक्शन का अनुपात बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि नीट और जेईई की तैयारी के लिए उत्तर और मध्य भारत में जोरदार काम करने के बाद मोशन एजुकेशन अब दक्षिण में भी अपनी मजबूत ऑफलाइन उपस्थिति दर्ज करने की तैयारी में है। इसके तहत मोशन ने अगले वित्तीय वर्ष में 100 नए केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल 50,000 से अधिक विद्यार्थी मोशन से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान ने 15 राज्यों में 65 केंद्रों के साथ, देश में मजबूत उपस्थिति बनाई है। दक्षिण भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए मोशन पहले चरण में 30 से अधिक नए केंद्र जोड़ेगा। इससे संस्थान को देशभर में मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 1.5 से 2 लाख छात्र-छात्रों तक पहुंचने की उम्मीद है।