अमृतसर को पवित्र शहर का दर्जा देने की मांग जरूरी, भाजपा नेता ने जत्थेदार को सौंपा मांग पत्र
गुरु नगरी अमृतसर को पवित्र शहर का दर्जा देने की मांग तेज होती जा रही है। भाजपा नेता एवं राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य डाॅ. जगमोहन सिंह राजू ने इस संबंध में श्री अकाल तख्त साहिब के सिंह साहिब ज्ञानी रघुबीर सिंह के नाम एक मांग पत्र सौंपा। इसके बाद उन्होंने अपने समर्थकों को इकट्ठा किया. सभा को संबोधित करते हुए जगमोहन सिंह राजू ने कहा कि वह अमृतसर को पवित्र शहर का दर्जा दिलाने के लिए राज्य सरकार पर दबाव डालेंगे.
राज ने मांग की कि अमृतसर पूरी दुनिया में मशहूर है. वेटिकन, जेरूसलम, मक्का आदि की तर्ज पर अमृतसर के सिख तीर्थ स्थल को भी ऐसा दर्जा दिया जाना चाहिए। बा सरकार को समय-समय पर इस दिशा में याद दिलाने के बावजूद उनके प्रयास विफल रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के माध्यम से भी पंजाब सरकार पर दबाव बनाया है, लेकिन सरकार का रवैया निराशाजनक रहा है.
गुरुपर्व को शुष्क दिवस घोषित किया जाए
इस मौके पर राजू ने कहा कि उनकी मांग है कि गुरुघर के एक मीटर के दायरे में शराब और तंबाकू के सेवन और बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए. इसके अलावा शहर के सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान और शराब पीने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। 2 अक्टूबर की तरह गुरुपर्व को भी सूखा दिवस घोषित किया जाए। उन्होंने यह भी मांग की कि शराब की दुकानें वैकल्पिक दिनों में खोली जानी चाहिए। इस संबंध में आयोग ने पंजाब सरकार को नोटिस भी जारी किया है, जिसका सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया है.
पिछले साल 29 मार्च को जगमोहन सिंह राजू ने इसी मुद्दे पर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर पंजाब सरकार ने भी प्रस्ताव पर गहराई से विचार करने का आश्वासन दिया था. कोर्ट ने इस मामले का निपटारा भी अंडरटेकिंग के आधार पर कर दिया था. पिछले 16 महीने तक जब सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की तो डॉ. राजू ने सरकार के खिलाफ मानहानि की याचिका दायर की.
जगमोहन सिंह राजू ने मांग की कि देश के हरिद्वार, अयोध्या और द्वारका शहरों की तर्ज पर अमृतसर को भी पवित्र शहर का दर्जा दिया जा सकता है, जहां धार्मिक स्थलों के आसपास धूम्रपान और शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जा सकता है राज्य सरकार और नगर निगम इस दिशा में अध्यादेश जारी कर सकते हैं.