30 साल बाद पीजीटी लेक्चरर्स की हुई भर्ती, चंडीगढ़ में 78 लोगों को सौंपे गए नियुक्ति पत्र

चंडीगढ़: यूटी सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने 78 नए भर्ती पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा. शिक्षा विभाग के लिए ये एक बड़ी उपलब्धि है. दरअसल चंडीगढ़ में पीजीटी में नियुक्ति 30 साल के बाद की गई है.
ललित कला शिक्षकों को किया गया सम्मानित: कार्यक्रम के दौरान स्कूल शिक्षा विभाग के ललित कला शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया. इनकी झांकी को गणतंत्र दिवस समारोह में विजेता घोषित किया गया था. विभाग की ओर से एक प्रस्तुति दी गई है. प्रस्तुति में कौशल पाठ्यक्रमों की स्थिति, समावेशी शिक्षा को बढ़ाने के लिए उठाए कदम, बुनियादी ढांचे के विकास पर फोकस किया गया.
30 साल बाद हुई भर्ती: इस दौरान गवर्नर गुलाबचंद कटारिया ने कहा, “हमें खुशी हो रही है कि चंडीगढ़ में पूरे 30 साल बाद पीजीटी लेक्चरर्स की भर्ती हुई है. स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक का मकान छोटा हो सकता है, आपको मिलने वाली सुविधाएं कम हो सकती हैं, लेकिन एक बच्चों का भविष्य आप ही तय करते हैं. जैसे मूर्तिकार एक मूर्ति को बनता है वैसे ही आप एक बच्चे का बचपन से लेकर बड़े होने तक भविष्य तय करते हैं. ऐसे में आपके तन मन धन से बच्चों को पढ़ाना चाहिए, ताकि बच्चे भी आने वाले समय में खूब तरक्की करें. साथ ही टीचरों का भी ड्रेस कोड होना चाहिए.
बता दें कि गवर्नर गुलाबचंद कटारिया ने इस भर्ती को पारदर्शी तरीके से करने के लिए शिक्षा विभाग को बधाई दी. इन पदों को स्वीकृत करने के लिए विभाग की सराहना की. उन्होंने कहा भारत के गुरुओं ने कभी भी राजा और गरीब के बच्चों के बीच भेदभाव नहीं किया. शिक्षकों के पास संसाधनों की कमी हो सकती है लेकिन वह छात्रों द्वारा दिए सम्मान से भरे होते हैं.भारत के गौरवशाली अतीत में शिक्षकों, संरक्षकों और गुरुओं का बड़ा योगदान है. उन्होंने कहा कि अनुशासन और समय प्रबंधन सबसे अच्छे पाठों में से एक है, जो एक शिक्षक छात्रों को सिखा सकता है. शिक्षकों को केवल शब्दों से ही नहीं बल्कि नेतृत्व करके पढ़ाना चाहिए.पिछले महीने 68 नए भर्ती एनटीटी को नियुक्ति पत्र जारी किए थे.