गीत संग्रह ”पोहली दे फुल्ल” पर सहित्यकारों ने की चर्चा

गीत संग्रह ”पोहली दे फुल्ल” पर सहित्यकारों ने की चर्चा
मोहाली। स्वपन फाउंडेशन, पटियाला की ओर से जिला प्रबंधकीय कंपलेक्स में स्थित जिला भाषा दफतर में सहित्यक समागम करवाया गया। जिसमें कवि धरम कमेयाना के गीत संग्रह ”पोहली दे फुल्ल” पर चर्चा की गई। खोज अधिकारी डॉ. दर्शन कौर ने आए मेहमानों का स्वागत किया। गीत संग्रह ”पोहली दे फुल्ल” पर परिचर्चा की अध्यक्षता करते हुए प्रख्यात आलोचक डॉ. राजिंदरपाल बराड़ ने गीत लेखन का इतिहास बताते हुए गीत के पिछड़ेपन के बारे में कई बातें सांझा कीं। धरम कमेयाना के गीतों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि धरम की कविता जुनून और जुनून का मिश्रण है। गीत संग्रह के लेखक धरम कमेयाना ने कहा कि साहित्य का किला बनाना आसान नहीं है। उन्होंने अपने साहित्यिक जीवन के बारे में विस्तार से बात की। इस मौके पंजाबी विश्वविद्यालय की प्रमुख आलोचक डाॅ. वीरपाल कौर सिद्धू, प्रो जलोर सिंह खीवा, हरिवंदर सिंह समेत कई सहित्यकार मौजूद रहे।