Kolkata Rape-Murder Case: पीड़िता के माता-पिता का गंभीर आरोप, कहा- पुलिस शुरुआत से ही सबूत मिटाने की कोशिश में
कोलकाता डॉक्टर रेप-मर्डर केस में पीड़िता के माता-पिता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता के पिता ने सोमवार को कहा कि पुलिस ने शुरुआत से ही केस में सहयोग नहीं किया। मृतका की मां ने कहा, “सरकार और प्रशासन ने हमें न्याय दिलाने में मदद नहीं की।” पुलिस ने सबूतों को जानबूझकर नष्ट करने की कोशिश की। पीड़िता के माता-पिता ने लोगों से अपील की कि जब तक न्याय नहीं मिलता, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहना चाहिए।
मृतका के पिता ने कहा कि हमें विरोध प्रदर्शनों से उन्हें न्याय की उम्मीद जागी है। पीड़िता के पिता ने लोगों से अपील की कि इस वक्त हमारे साथ खड़े रहें और इस संघर्ष में हमारा साथ दें। पिता ने कहा, “हमें न्याय इतनी आसानी से नहीं मिलेगा, इसके लिए संघर्ष करना होगा। लेकिन मुझे उम्मीद है कि लोग हमारे साथ रहेंगे और हमें न्याय दिलाएंगे।” पीड़िता के पिता ने कहा कि लोगों का समर्थन ही हमारी ताकत है।
कोलकाता में मेडिकल कम्युनिटी से जुड़े लोग भी इस मामले में लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। रविवार की रात मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े लोगाें ने सियालदह से एस्पलेनेड तक एक मार्च निकाला। इस मार्च में पीड़िता के माता-पिता भी शामिल हुए। इस प्रदर्शन में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग की।
मृतका के पिता ने कहा कि पुलिस ने जानबूझकर मेरी बेटी के साथ हुई वारदात एफआईआर दर्ज करने में देरी की। उन्होंने यह भी दावा किया कि एक पुलिस अधिकारी ने उनसे मामले को निपटाने के लिए पैसे की पेशकश की। पिता ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने मीडिया में गलत जानकारी फैलाई, ताकि लोगों को गुमराह किया जा सके। यह सब कुछ तब हो रहा था जब मामला पहले ही सीबीआई को सौंपा जा चुका था।
मृतका के माता-पिता ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें अपनी बेटी का दूसरा पोस्टमॉर्टम करने की इजाजत नहीं दी। पीड़िता के माता-पिता ने कहा कि जब हम अपनी बेटी का शव लेकर आए तो 300 से 400 पुलिसकर्मियों ने हमारे घर को घेर लिया था। इसकी वजह से हमें मजबूरन अपनी बेटी का अंतिम संस्कार जल्दबाजी में करना पड़ा। पीड़िता के पिता ने कहा कि इस मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, हमें सिर्फ इंसाफ चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रहा है और सीबीआई को अपनी रिपोर्ट पेश करनी है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है। मृतका के माता-पिता ने कहा किअब सभी प्रदर्शनकारी उनके अपने बच्चे हैं। से सभी न्याय के लिए संघर्ष करते रहेंगे। प्रदर्शनकारी इस आंदोलन को तब तक जारी रखेंगे, जब तक हमारी बेटी को न्याय नहीं मिलता।