कैलिफोर्निया के BAPS मंदिर में तोड़फोड़ पर भारत ने जताई आपत्ति, दोषियों पर सख्त एक्शन लेने की मांग
अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के सैक्रामेंटो स्थित बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर (BAPS Shri Swaminarayan Temple) में 24 सितंबर को हुई तोड़फोड़ के बाद भारत ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है। भारत के सैन फ्रांसिस्को स्थित वाणिज्य दूतावास (Consulate General of India, San Francisco) ने इस घटना की निंदा की और स्थानीय प्रशासन से मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। मंदिर की दीवारों पर “हिंदू वापस जाओ” जैसे अपमानजनक नारे लिखे गए, जिससे भारतीय समुदाय में नाराजगी फैली है।
सैन फ्रांसिस्को के भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा कि वे इस घटना की निंदा करते हैं। वाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा, “सैक्रामेंटो, कैलिफोर्निया में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर में 24 सितंबर की रात को हुई तोड़फोड़ की घटना की कड़ी निंदा करते हैं। हमने स्थानीय प्रशासन के साथ इस मुद्दे को उठाया है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की है”। इस घटना ने अमेरिका में भारतीय समुदाय के लोगों को झकझोर कर रख दिया है।
यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है। कुछ ही दिन पहले न्यूयॉर्क में भी इसी तरह की तोड़फोड़ की घटना सामने आई थी। न्यूयॉर्क के बीएपीएस मंदिर में भी इसी तरह के नारे लिखे गए थे। ये घटनाएं भारतीय समुदाय और हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं।
स्थानीय प्रशासन इस घटना की जांच में जुटा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने मंदिर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है। इसके अलावा, घटना स्थल से मिले सुरागों को भी ध्यान में रखा जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि दोषियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।तोड़फोड़ के दौरान मंदिर की दीवारों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के खिलाफ भी अपमानजनक शब्द लिखे गए।
अमेरिका में बसे भारतीय समुदाय ने इस घटना पर कड़ा विरोध जताया है। वे इस तरह की घटनाओं से दुखी और आहत हैं। भारतीय समुदाय ने अमेरिकी प्रशासन से इस मामले की गहन जांच करने और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग की है। इस घटना ने भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों में भी चिंता बढ़ा दी है।