पंजाब यूनिवर्सिटी में अब नहीं मिलेगी एंट्री, प्रशासन ने जारी किए सख्त आदेश; छात्रों और स्टाफ के लिए नए नियम लागू

पंजाब यूनिवर्सिटी ने आउटसाइडर की एंट्री पूरी तरह बैन कर दी है। दैनिक जागरण की ओर से उठाए गए मुद्दे के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह फैसला लिया है। इसके लिए पीयू प्रशासन की ओर से सभी कर्मचारियों को सख्त निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
इस मामले में साहिल, राघव, लविश और अजय को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस दीपक उर्फ कांचा और हर्षु की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। इसके लिए पुलिस की सेक्टर-11 थाना पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच, ऑपरेशन सेल और डीसीसी की टीम भी लगातार प्रयास कर रही है।
आदित्य ठाकुर की हत्या को लेकर पीयू के छात्र संगठनों में रोष बढ़ता जा रहा है। अभी तक मुख्य आरोपित गिरफ्तार नहीं होने के कारण छात्र लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
मंगलवार को भी यूनिवर्सिटी कई जगह पर प्रदर्शन किए गए। छात्र संगठनों ने डीएसडब्ल्यू (डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर) के कार्यालय पर ताला जड़ दिया।
इसके अलावा स्टूडेंट सेंटर और कुलपति कार्यालय के बाहर भी प्रदर्शन किया गया। कुलपति रेणु विग ने प्रदर्शनकारी छात्रों से बात करने का प्रयास किया, मगर वह कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे।
छापेमारी कर रही है। इसके लिए पुलिस की सेक्टर-11 थाना पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच, आपरेशन सेल और डीसीसी की टीम भी लगातार प्रयास कर रही है।
डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने आदित्य ठाकुर हत्याकांड मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। इस जांच का जिम्मा एसडीएम सेंट्रल नवीन को सौंपी गई है। उन्हें दो सप्ताह में इसकी रिपोर्ट सौंपनी होगी।
इस जांच में सभी प्वाइंट को देखा जाएगा, जहां सुरक्षा व्यवस्था में चूक हुई है। कैंपस में जहां से आउटसाइडर्स घुसते हैं, उन सभी जगहों की जांच होगी व उन्हें रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा।