हरियाणा में अगले 6 महीने तक हड़ताल नहीं कर पाएंगे डॉक्टर, सरकार ने एस्मा किया लागू, होगा एक्शन

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हरियाणा में एस.एम.ओ. की सीधी भर्ती समेत अन्य मांगों को लेकर 2 दिन से हड़ताल कर रहे डॉक्टरों पर सरकार ने एस्मा लागू कर दिया है। यानी अब डॉक्टर हड़ताल नहीं कर पाएंगे। सरकार ने आदेश जारी कर कहा कि गंभीर रूप से बीमार और अन्य मरीजों की देखभाल के लिए जरूरी है कि स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर और कर्मचारी बिना किसी रुकावट के अपनी सेवाएं जारी रखें, क्योंकि हड़ताल करने से लोगों के स्वास्थ्य और जीवन पर बुरा असर पड़ेगा।

प्रदेश के 6 जिलों में धारा 163 लागू

गवर्नर ने धारा 4 (क) (1) के तहत यह भी स्पष्ट किया है कि अगले 6 महीने तक स्वास्थ्य विभाग के सभी डॉक्टर और कर्मचारी किसी भी प्रकार की हड़ताल नहीं कर सकते। डॉक्टरों की हड़ताल को देखते हुए प्रदेश के 6 जिलों में धारा 163 लागू की गई है। इनमें भिवानी, करनाल, झज्जर, हिसार, फतेहाबाद और गुरुग्राम में हड़ताल के कारण अव्यवस्था की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने धारा 163 लागू कर दी और किसी भी तरह के धरने-प्रदर्शन पर रोक लगा दी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से हड़ताली डॉक्टरों पर शिकंजा कसने के लिए विभाग ने नो वर्क नो पे का आदेश जारी किया है। विभाग की ओर से कहा गया है कि हड़ताल दौरान डॉक्टरों को वेतन नहीं दिया जाएगा। विभाग के इस आदेश पर डॉक्टर एसोसिएशन ने कड़ा ऐतराज जताया है।

डॉक्टरों की हड़ताल को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इसके बाद उन्होंने वीडियो जारी कर कहा कि हरियाणा सिविल मैडीकल एसोसिएशन (एच.सी.एम.एस.) ने 2 दिन की हड़ताल का ऐलान किया था और उनकी कई मांगों पर सरकार विचार कर रही है। हड़ताल दौरान उन्होंने स्वास्थ्य सेवाएं रुकने नहीं दीं और आम आदमी पर हड़ताल का कोई असर नहीं पड़ा। अधिकांश अस्पतालों में डाक्टरों की तैनाती रही है और काफी संख्या में डॉक्टर बाहर से बुलाए गए थे।

8 और 9 दिसम्बर को हड़ताल पर रहने बाद एसोसिएशन ने मंगलवार को मीटिंग की। इसमें डाक्टरों ने 10 दिसम्बर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की रणनीति तैयार की लेकिन देर शाम तक कोई फैसला नहीं लिया गया था। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश ख्यालिया ने बताया कि वह प्रदेश भर के डॉक्टरों से चर्चा करने के बाद ही आगामी फैसला करेंगे।

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