Punjab News: बठिंडा में लूटपाट करने वाले छह गिरफ्तार, दो सैनिक भी शामिल; सभी आरोपित पुलिस रिमांड पर

बीती 11 मार्च को भुच्चो मंडी स्थित आदेश अस्पताल के पास एक होटल मालिक को एके-47 दिखाकर लूटपाट करने वाले छह लुटेरों को बठिंडा पुलिस ने बीती 14 मार्च को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है।
सभी आरोपित एक कार में सवार होकर भाग रहे थे, जब पुलिस टीम ने उनका पीछा किया, तो उनपर एके-47 से फायरिंग कर दी। जबावी फायरिंग में पुलिस ने एक लुटेरे के पैर में गोली मारी और वह घायल हो गया जबकि पांचों को पुलिस ने मौके पर गिरफ्तार कर लिया है।
इनमें दो सैनिक भी शामिल हैं जोकि जम्मू और कश्मीर में तैनात थे और छुट्टी पर थे। बताया जा रहा है कि वारदात में इस्तेमाल की गई एके-47 सरकारी राइफल है जोकि एक आरोपित सैनिक छुट्टी आने से पहले अपने साथी की चोरी की थी। सभी आरोपित आपस में पुराने दोस्त बताएं जा रहे है।
आरोपित सैनिकों ने अपना कर्ज उतराने के लिए अपने दोस्तों के साथ मिलकर लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपितों को अदालत में पेश कर उनकी पुलिस रिमांड ली गई है ताकि उनके असल मकसद का खुलासा किया जा सके।
हालांकि, पुलिस का कहना है कि आरोपितों ने अपने पर चढ़े कर्ज को उतराने के लिए यह लूट की वारदात को अंजाम दिया था, लेकिन दूसरी तरफ सरकारी राइफल चोरी करके लेकर आना भी कई सवाल खड़े कर रहा है। जिसका खुलासा पुलिस पूछताछ के बाद हो सकता है।
एसपी सिटी नरिंदर सिंह ने बताया कि बीती 11 मार्च की शाम तीन लोग एके-47 राइफल लेकर आदेश अस्पताल के पास स्थित होटल ग्रीन में घुस गए और होटल मालिक और उनके स्टाफ से करीब 8 हजार रुपये लूट लिए थे।
इस लूट की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इस संबंध में होटल मालिक लव गर्ग की शिकायत पर थाना कैंट पुलिस ने अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। जांच के दौरान पता चला कि घटना के समय कुल 6 आरोपित थे, जिनमें से 3 लोग होटल के अंदर गए और 3 लोग बाहर गाड़ी में बैठे थे।
उनकी तकनीकी व अन्य पहलुओं से जांच की गई और शुक्रवार को पुलिस टीम को सूचना मिली कि आरोपित भुच्चो रोड के पास मौजूद हैं। इस दौरान जब थाना कैंट, सीआईए-1 और 2 की टीमों ने उक्त संदिग्ध गाड़ी में सवार आरोपितों को काबू करने की कोशिश की, तो ड्राइवर की सीट के बाई तरफ बैठे एक व्यक्ति ने एके-47 से फायरिंग कर दी। गोली पुलिस की गाड़ी पर लगी।
जिसके बाद जवाबी फायरािंग की गई और एक गोली आरोपित कोटशमीर निवासी सतवंत सिंह के पैर में लगी और वह घायल हो गया। इसके तुरंत बाद पुलिस ने गाड़ी में सवार सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि घायल आरोपित को उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस ने आरोपितों से वारदात में इस्तेमाल गाड़ी व एके-47 राइफल बरामद कर ली है।
आरोपितों की हुई पहचान
एसपी सिटी ने बताया कि पकड़े गए आराेपितों की पहचान व वारदात का मास्टरमाइंड सतवंत सिंह उर्फ मराजका निवासी गुरुद्वारा साहिब वार्ड नंबर 2 गांव कोटशमीर जिला बठिंडा, अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श निवासी गांव कोटशमीर जिला बठिंडा, हरगुण सिंह उर्फ हैरी निवासी वार्ड नंबर 10 सरदूलगढ़ जिला मानसा, अर्शदीप सिंह उर्फ हर्ष निवासी भगत सिंह नगर तलवंडी साबो जिला बठिंडा, सैनिक गुरदीप सिंह उर्फ दीप निवासी गांव साहो के
जिला मेागा व सैनिक सुनील कुमार उर्फ बिट्टू निवासी गांव मलके जिला मोगा हाल आबाद इनकम टैक्स वाली गली श्री मुक्सर साहिब के तौर पर हुई है। जांच में यह भी पता चला कि घटना के समय आरोपित सतवंत सिंह के साथ सैनिक सुनील और गुरदीप सिंह भी मौजूद थे। आरोपित सुनील जम्मू में 7 सिखलाई यूनिट में तैनात है, जबकि गुरदीप सिंह श्रीनगर में 2आरआर यूनिट में तैनात है।
पुराने दोस्त हैं सभी आरोपित
एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस पूछताछ में आरोपित ने माना है कि वारदात में इस्तेमाल की गई एके-47 समेत कारतूस आरोपित सैनिक सुनील कुमार उर्फ बिट्टू ने अपनी यूनिट में तैनात दूसरे साथी की चोरी कर ली थी। करीब दो माह पहले आरोपित व दूसरा सैनिक गुरदीप सिंह उर्फ दीप उक्त राइफल सुनील कुमार से पकड़कर लेकर आया था।
माैजूदा समय में दोनों सैनिक छुट्टी पर आए हुए थे। एसपी ने यह भी खुलासा किया कि सभी आरोपी सतवंत सिंह, सुनील, गुरदीप, अर्शदीप, हरगुन और अर्श पुराने दोस्त हैं।
अन्य स्थानों पर डकैती की योजना भी बनाई थी
पुलिस के अनुसार दोनों आरोपित सैनिकों पर कर्ज थे और कर्ज उतराने के लिए उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर लूटपाट की वारदातों को अंजाम देने की योजना बनाई थी और उनकी यह पहली वारदात थी। उन्होंने उक्त होटल के अलावा अन्य स्थानों पर डकैती की योजना बनाई थी।
8 साल पहले कोटशमीर गांव में भी डकैती की योजना इन्हीं लोगों ने बनाई थी। मामले की गहनता से जांच की जा रही है और आरोपितों को शनिवार को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है ताकि आरोपितों से पूछताछ कर अन्य वारदातों के संबंध में जानकारी जुटाई जा सके।