भारतीय रेलवे में इंटीग्रेशन ऑफ ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी वर्कशॉप
रागा न्यूज़ चंड़ीगढ़
नेशनल अकैडमी ऑफ़ इंडियन रेलवेज में भारतीय रेलवे में इंटीग्रेशन ऑफ ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी वर्कशॉप में चंडीगढ़ के ब्लॉकचैन एक्सपर्ट नरेंद्र शुक्ला सी.टी.ओ. चैन कोड कन्सल्टिंग एल.एल.पी. की प्रेजेंटेशन दी। इस दौरान शुक्ला ने भारतीय रेलवे को री इंजीनियर व डे टू डे ऑपरेशन को बेहतर करने की डेमोंस्ट्रेशन दी । उनका कहना है कि ब्लॉकचेन रेल उद्योग के काम करने के तरीके को बदल रहा है। आई.ओ.टी.डिवाइस, सेंसर और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स की मदद से रेलवे व्यवस्था को भरपूर विकसित कर मौजूदा समस्या करने वाली चुनौतियों का सुगम निवारण किया जा सकता है। स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स रेलवे मेंटेनेंस प्रोसेस को भी अभूतपूर्व सरलता देते हैं।इसके साथ यूनिफाइड सर्टिफिकेट वेलिडेशन को डिजिटाइजेशन व एन.एफ.टी. सर्टिफिकेट द्वारा हल किया जा सकता है।चैन कोड कंसल्टिंग एल.एल.पी. ने भारतीय रेलवे – कौशल और प्रशिक्षण पोर्टल भी विकसित किया है। जिसमें सभी प्रमाणपत्र, प्रशिक्षण और कौशल रिकॉर्ड एक ही स्थान पर होंगे, जो कौशल विकास और उत्तराधिकार योजना के लिए प्रशासकों के लिए सुलभ होंगे।
ब्लॉकचेन तकनीक को लागू करके, भारतीय रेलवे का उद्देश्य पारदर्शिता, पता लगाने की क्षमता और जवाबदेही के माध्यम से विश्वास बढ़ाना, त्रुटियों को कम करना और सिस्टम में दक्षता में सुधार करना और समग्र ग्राहक अनुभव और समावेशन को बढ़ाना है।
भारतीय रेलवे अपनी टिकटिंग प्रणाली में सुधार, पारदर्शी और सुरक्षित लेनदेन सुनिश्चित करने, अपने विक्रेता, आपूर्ति श्रृंखला और कार्मिक प्रबंधन को बेहतर बनाने और धोखाधड़ी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के साधन के रूप में ब्लॉकचेन तकनीक की खोज कर रहा है।
नेशनल एकेडमी ऑफ इंडिया रेलवे के साथ साझेदारी में हाल ही में वडोदरा में भारतीय रेलवे में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और इसके कार्यान्वयन पर कार्यशाला का सह-आयोजन किया। इस मौके पर चैन कोड कन्सल्टिंग का ब्लॉकचैन उत्पाद – एन एफ ट्रेस को भी पेश किया और कार्यशाला के प्रतिभागियों के लिए एन एफ ट्रेस और पॉलीगॉन पारिस्थितिकी तंत्र का उपयोग करते हुए भौतिक-डिजिटल हाइब्रिड गैर-बदली जाने योग्य टोकन एन.एफ.ट्रेस भागीदारी प्रमाणपत्र जारी किया।
ये प्रमाणपत्र,आसान सत्यापन,पता लगाने की क्षमता और सुरक्षा प्रदान करते हैं, और अद्वितीय, छेड़छाड़-रोधी और हमेशा के लिए स्थायी होते हैं।