चौथा चंडीगढ़ संगीत और फिल्म महोत्सव सफलता पूर्वक संपन्न स्थानीय प्रतिभाओं पर रही तवज्जो
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चंडीगढ़, चौथा चंडीगढ़ संगीत और फिल्म महोत्सव 29 से अधिक फिल्मों के प्रदर्शन, एक दर्जन सत्र और कई कार्यक्रमों के आयोजन के साथ सफलतापूर्वक सफलता पूर्वक संपन्न हो गया। समारोह में युवाओं को जानेमाने अभिनेताओं, फिल्म निर्माताओं और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेताओं से प्रेरणा हासिल करने का अवसर मिला।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी, मधुर भंडारकर, किरण जुनेजा, गोविंद नामदेव, प्रदीप सिंह रावत, निर्मल ऋषि, विजय पाटकर, चंदन प्रभाकर, पंकज बेरी, जयप्रकाश शॉ, आकाश अलघ, बलविंदर बिक्की, शरण सिंह, रूपिंदर कौर रूपी, मलकीत रोनाल्ड, राज धालीवाल, तीर्थ सिंह गिल सहित कई मशहूर फिल्मी सितारे, हस्तियां और कलाकार इस समारोह में शामिल हुए। महोत्सव का मुख्य आकर्षण भारतीय फिल्म उद्योग की प्रमुख हस्तियों जैसे नवाजुद्दीन सिद्दीकी, मधुर भंडारकर, किरण जुनेजा, पंकज बेरी, चंदन प्रभाकर, प्रदीप सिंह रावत, गोविंद नामदेव, विजय पाटकर, आकर्ष अलघ , जयप्रकाश शॉ , बिन्नू ढिल्लों, सीम कांग, और भावना शर्मा के साथ होने वाले सत्र थे।
इन सभी ने दर्शकों के साथ अपने अनुभव साझा किए। फिल्म निर्माण की रचनात्मक प्रक्रिया, पात्रों और भावनाओं को समझने से लेकर फिल्म निर्माण के व्यावसायिक पक्ष इत्यादि पर चर्चा हुई। । यह अंतरंग अनुभव चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स को आश्चर्यचकित कर गया। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने कहा, “चंडीगढ़ फिल्म फेस्टिवल ने उभरते कलाकारों को एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है। यह उन्हें अनुभव करने, सीखने और आगे बढ़ने का मौका प्रदान करेगा।
इसके साथ साथ यहां सिनेमा में रुचि रखने वाले छात्रों को सीधे बातचीत करने का एक मंच भी मिला है। जिन कलाकारों की वे प्रशंसा करते हैं उनके साथ सिनेमा के भविष्य पर बातचीत करने और उनका मार्गदर्शन और प्रेरणा पाने का भी यह एक अवसर था।”फिल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर राजेश शर्मा ने कहा, “ चंडीगढ़ संगीत और फिल्म फेस्टिवल के 3 दिन बेहद सराहनीय और सफल दिन साबित हुए हैं। यह एक अद्भुत यात्रा रही है।
हम उन सभी कलाकारों, फिल्म निर्माताओं और स्वयंसेवकों के आभारी हैं जिन्होंने इसे संभव बनाया। हम अगले साल के उत्सव के दौरान कुछ अद्भुत कहानियाँ लाने आशा करते हैं। हमें स्थानीय कलाकारों का निरंतर समर्थन मिलने की भी उम्मीद है।”श्री शर्मा ने आगे कहा कि सीएमएफएफ का लक्ष्य पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश की उभरती और उभरती प्रतिभाओं के लिए अवसर पैदा करना है। उन्होंने बताया कि इस संस्करण में 29 से अधिक स्वतंत्र फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। महोत्सव में स्थानीय फिल्म निर्माताओं की प्रतिभा और रचनात्मकता को प्रदर्शित करने वाली फिल्मों और लघु फिल्मों का चयन किया गया था।