छात्रों के लिए नायब सरकार का ‘नायाब’ तोहफा, प्राइवेट स्कूलों में फ्री में पढ़ सकेंगे गरीब परिवारों के बच्चे
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हरियाणा के गरीब परिवारों के बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त पढ़ाई के लिए शुरू की गई ‘चिराग’ यानी ‘मुख्यमंत्री हरियाणा समान शिक्षा राहत, सहायता एवं अनुदान’ योजना के तहत नए सत्र के लिए दाखिला प्रक्रिया अगले महीने शुरू होगी।
15 मार्च से प्राइवेट स्कूलों में दाखिलों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 31 मार्च तक आवेदन फॉर्म जमा करवाए जा सकेंगे। स्कूल में खाली सीटों से अधिक आवेदन होने की सूरत में ड्रॉ के जरिये विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा।
1 अप्रैल से 5 अप्रैल तक प्राइवेट स्कूलों द्वारा शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा अभिभावकों की मौजूदगी में ड्रॉ निकाले जाएंगे।
ड्रॉ प्रक्रिया पूरी होने के बाद 15 अप्रैल तक सभी स्कूलों को उन विद्यार्थियों की एडमिशन प्रक्रिया पूरी करनी होगी जिनका चयन हुआ है। चयन होने वाले विद्यार्थियों में से जो एडमिशन नहीं लेंगे उनकी जगह वेटिंग लिस्ट में शामिल विद्यार्थियों को मौका मिलेगा।
प्रदेश सरकार ने ‘चिराग’ योजना में परिवार पहचान-पत्र को अनिवार्य कर दिया है। प्राइवेट स्कूलों में केवल उन्हीं परिवारों के बच्चों को एडमिशन मिलेगा, जिनके पास पीपीपी होगा।
वहीं दूसरी ओर उन्हीं प्राइवेट स्कूलों को फीस प्रतिपूर्ति राशि मिलेगी जिन्होंने फार्म-6 में अपने विद्यालय की फीस राशि चालू सत्र के लिए पोर्टल पर दर्शाई होगी। दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों का डाटा एमआइएस के तहत अपडेट किया जाएगा। सफल विद्यार्थियों को पुराने स्कूल से स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (एसएलसी) लेना अनिवार्य होगा।
सरकारी स्कूलों के बच्चों को ही एडमिशन
प्राइवेट स्कूलों में केवल उन्हीं विद्यार्थियों के एडमिशन मिलेगा, जिन्होंने पिछले शैक्षणिक सत्र में अपनी शिक्षा सरकारी स्कूलों से उत्तीर्ण की है। अगर कोई बच्चा पूर्व में किसी प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहा था तो उसे चिराग योजना के तहत प्राइवेट स्कूल में दाखिला नहीं मिलेगा। एडमिशन के लिए केवल उसी खंड के स्कूलों में आवेदन किया जाएगा जिस खंड के सरकारी स्कूल में वे पढ़ रहे थे। हालांकि खंड में मौजूद एक से अधिक प्राइवेट स्कूलों में आवेदन किया जा सकेगा।