महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर ने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से लगाई छलांग, सुरक्षा नेट में फंसने से बाल बाल बचे

0

महाराष्ट्र विधानसभा में शुक्रवार (4 अक्टूबर) को आरक्षण के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नारहरी झिरवाल ने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। हालांकि, वह दूसरी मंजिल पर लगी सुरक्षा नेट में फंस गए, जिससे उनकी जान बच गई। झिरवाल ने आरक्षण को लेकर चल रहे विवाद की वजह से यह कदम उठाया। झिरवाल धांगड़ समुदाय को एसटी कोटा में शामिल करने के खिलाफ अपना विरोध जता रहे थे।

आज महाराष्ट्र के आदिवासी समाज के विधायकों ने मंत्रालय में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान नारहरी झिरवाल ने जब सुरक्षा नेट पर छलांग लगाई, तो विधायकों ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। आदिवासी विधायकों का कहना है कि धांगड़ समुदाय को एसटी आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि इससे उनकी हिस्सेदारी कम हो जाएगी। यह मामला राज्य में राजनीतिक हलचल का केंद्र बना हुआ है।

झिरवाल और अन्य विधायकों का विरोध धांगड़ समुदाय को एसटी कोटे में शामिल करने के मुद्दे पर है। नारहरी झिरवाल इस मामले में अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। डिप्टी स्पीकर चाहते हैं कि आदिवासी समुदाय का आरक्षण सुरक्षित रहे और इसमें किसी दूसरे समुदाय की दखलअंदाजी न हो। आदिवासी विधायकों का कहना है कि यह उनके अधिकारों पर सीधा हमला है।

आदिवासी समाज के विधायकों ने धांगड़ समुदाय को एसटी कोटा में आरक्षण न देने की मांग की है। उनका कहना है कि आदिवासी समाज के युवाओं के लिए रोजगार की पर्याप्त व्यवस्था की जाए और PESA एक्ट (PESA Act Maharashtra) के तहत नौकरी की भर्ती शुरू की जाए। वे धांगड़ समुदाय को एसटी में शामिल करने से आदिवासी युवाओं के अवसरों पर खतरा मान रहे हैं। इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे विधायकों को पुलिस ने सुरक्षा नेट से हटाया।

नारहरी झिरवाल ने सुरक्षा नेट पर फंसने के बाद नारेबाजी की। इसके बाद मंत्रालय में नारेबाजी तेज हो गई। कई और विधायक नेट पर चढ़कर नारेबाजी करने लगे। हालात बेकाबू होते देख पुलिस को दखल देना पड़ा। महाराष्ट्र के आदिवासी विधायकों की मांग है कि सरकार उनकी समस्याओं को सुनकर उचित फैसला ले। इस विवाद ने राज्य की राजनीति में खासी हलचल मचा दी है। आदिवासी समाज और धांगड़ समुदाय के बीच आरक्षण का यह विवाद आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है।

प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने नारहरी झिरवाल और अन्य विधायकों को सुरक्षा नेट से हटाया। विधायकों को शांत करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने साफ किया कि वे अपनी मांगें पूरी होने तक पीछे नहीं हटेंगे।आदिवासी विधायकों का यह विरोध आने वाले समय में सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।

RAGA NEWS ZONE Join Channel Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *