Haryana News: हरियाणा में नहीं चलेंगी पुराने बसें, नए वाहन करेंगे एंट्री; अनिल विज ने बताया क्या है प्लान

हरियाणा के बिजली, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज ने अपने तीनों विभागों से जुड़ी इन योजनाओं और नई परियोजनाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ पंचकूला में प्री-बजट परामर्श के बाद अनिल विज ने कहा कि ईएसआइ विभाग अंतर्गत पीएचसी बनी हुई हैं, जिनका मजदूरों को पूरा फायदा नहीं मिल रहा है। सरकार को सुझाव दिया गया है कि हर जिले में मजदूरों के इलाज के लिए उनकी संख्या के अनुपात में अस्पताल बनने चाहिएं।
अधिकारियों से कहा गया है कि यमुनानगर के पावर प्लांट के निर्माण में पैसे की कमी नहीं आनी चाहिए। राज्य में जितने भी पुराने ट्रांसफार्मर हैं, उन सभी को बदलने के आदेश अधिकारियों को दिए जा चुके हैं। कम पावर के ट्रांसफार्मर बार-बार खराब होते हैं, जिससे उपभोक्ताओं को उनकी जरूरत के हिसाब से बिजली नहीं मिल पाती।
लगातार लोगों के घरों में बिजली का लोड बढ़ रहा है, जिस कारण पुरानी बिजली की तारों की क्षमता प्रभावित हो रही है। जहां-जहां बिजली की तारें पुरानी, जर्जर और लटकने वाली हालत में हो चुकी हैं और जिन क्षेत्रों में बिजली की तारों की क्षमता कम हो गई, उन सभी को बदलने के आदेश दिए जा चुके हैं।
परिवहन मंत्री के नाते विज ने बताया कि विभाग में जो बसें पुरानी हो गई और जिन्हें कंडम होने की वजह से एनसीआर से वापस मंगवाया जा चुका है, उन सभी को प्रचलन से हटाया जाएगा।
विभिन्न जिलों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि बस अड्डों की हालत ठीक नहीं है। वहां मूल सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं है। वैसे तो गुरुग्राम को मिलेनियम सिटी कहा जाता है, लेकिन वहां का बस स्टैंड एक खाली मैदान की तरह है। वहां से बसों का संचालन हो रहा है। बस अड्डे के नाम पर वहां सिर्फ केवल एक शेड लगा है। ऐसे सभी बस अड्डों की सूची तैयार कर उनके कायाकल्प के आदेश दिए जा चुके हैं।
अनिल विज ने माना कि राज्य में यातायात के नियमों का सही ढंग से अनुपालन नहीं होने के कारण सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है।
हर जिले में ड्राइविंग स्कूल स्थापित करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं, ताकि लोगों खासकर युवाओं को वाहन चलाने के सभी नियम और तकनीक समझ में आ सके। प्रत्येक जिले में आटोमेटिक वाशिंग मशीन सिस्टम लगाने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं, ताकि वाहनों की साफ सफाई जल्द सुगम तरीके से हो सके।
राज्य के प्रत्येक जिले में आटोमेटिक सिस्टम फार चेकिंग व्हीकल फिटनेस का भी प्रविधान करने को कहा गया है, जिस पर जल्दी काम चालू हो जाने का भरोसा अधिकारियों ने दिलाया है।