चंडीगढ़ नगर निगम की बैठक में हंगामा, बहस के बीच आपस में भिड़े कांग्रेस-BJP के पार्षद
पंजाब के चंडीगढ़ नगर निगम उस समय हंगामा हो गया जब कांग्रेस और बीजेपी पार्षद आपस में भिड़ गए. यह विवाद नींव पत्थर की प्लेट पर नाम लिखने को लेकर हुआ था. इस बैठक की कार्रवाई के समय यह घटना सामने आई है.
बैठक के शुरू होते ही बीजेपी पार्षद सौरभ जोशी और कांग्रेस पार्षद सचिन गालव के बीच विवाद होना शुरू हो गया है. बीजेपी पार्षद सौरव जोशी और कांग्रेस के पार्षद सचिन गालव के बीच हाथापाई हुई.
यह घटना तब हुई जब बीजेपी की पार्षद गुरबख्श रावत ने नींव पत्थर का मुद्दा उठाया. इसके बाद दोनों पार्टियों के सदस्यों में तीखी नोकझोंक हो गई और मामला हाथापाई तक पहुंच गया. अब नींव-पत्थर की प्लेट पर नाम लिखने को लेकर हुए हंगामे के बाद दोनों पार्टियों के बीच तनाव बढ़ गया है.
बता दें, इस बैठक में काफी देर से विवाद चल रहा था कि वहां के वर्तमान सांसद मनीष तिवारी के कार्यक्रमों में स्थानीय पार्षद को नहीं बुलाया जाता है. वहीं किसी भी जगह पर न उसका नाम लिखा जाता है. बीजेपी की तरफ से इस तरह की बात कही जा रही थी.
वहीं आगे कहा गया कि बीजेपी के जहां पार्षद होते हैं ज्यादातर उनका नाम नहीं दिखाई देता है. इस आरोप पर कांग्रेस पार्षद सचिन गालव ने अपत्ति जाहिर की. इसमें बताया गया कि जिस समय किरण खैर पार्षद थी तो किसी भी विपक्ष के पार्षद का नाम नहीं दिखाई देता था.
इसमें यह भी बताया गया कि, उनके क्षेत्र में पीएम मोदी और अमित शाह के कार्यक्रम आयोजित होते हैं, उसमें भी उनको बुलावा नहीं मिलता है. बस इसी बात को लेकर दोनों ही पार्षदों के बीच बहस शुरू हो गई. यह बहस इतनी आगे बढ़ गई कि नौबत हाथापाई पर पहुंच गई.
फिलहाल देखना यह है कि आगे इस मुद्दे पर क्या कार्रवाई होती है और दोनों पार्टियों के नेता इस पर क्या बयान देते हैं. हालांकि, चंडीगढ़ नगर निगम की बैठक में हंगामे की यह पहली घटना नहीं है, लेकिन यह दिखाता है कि पार्षदों के बीच मतभेद कितने गहरे हैं और यह भविष्य में और भी समस्याएं पैदा कर सकता है.
