प्रधानमंत्री के दौरे के बीच हिमाचल के दो अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी, 300 मरीज बाहर निकाले गए

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हिमाचल प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे के बीच दो अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। जिला मंडी में श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक और मेडिकल कॉलेज चंबा को बम से उड़ाने की धमकी वाली ई-मेल मिली है। प्रशासन ने एहतियातन पूरा परिसर खाली करवाया दिया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हिमाचल दौरे के बीच इस तरह धमकी से सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हो गई हैं।नेरचौक में मेडिकल कॉलेज की ओपीडी बंद कर दी गई है। मेडिकल कॉलेज में आज के लिए कक्षाएं भी निलंबित कर दी गई हैं।

तड़के 3:30 बजे प्रिंसिपल को ईमेल आई है। प्रबंधन ने सुबह 10:30 बजे एसडीएम बल्ह स्मृतिका नेगी को जानकारी दी। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया है। यह ईमेल तमिलनाडु से आई है, बड़ी बात यह है कि इसमें नेरचौक मेडिकल कॉलेज का नाम नहीं है।

अस्पताल में उपचाराधीन मरीजों को भी बाहर निकाला गया। बम की धमकी के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मरीज अस्पताल भवन से दूर पेड़ की छाया में स्ट्रेचर और व्हील चेयर पर बैठाए गए हैं।

दमकल विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गए हैं। मंडी से क्यूआरटी और बम निरोधक दस्ता भी मौके पर पहुंच गया है। अस्पताल परिसर की तलाशी की जा रही है।

बताया जा रहा है अस्पताल प्रशासन को सुबह मेल पर यह धमकी मिली। मेडिकल काॅलेज प्राचार्य को यह मेल आई, जिसमें पूरे अस्पताल परिसर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी।

कॉलेज प्राचार्य को ई-मेल के जरिये अस्पताल परिसर को उड़ाने की धमकी मिली। सुबह ई-मेल की जानकारी मिलते ही मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल परिसर को खाली करवा दिया गया। प्रशासन व पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गई है। मंगलवार सुबह जब प्राचार्य डीके वर्मा कालेज पहुंचे तो उन्होंने अपनी ई-मेल में धमकी भरी मेल देखी। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस और प्रशासन को दी। एहतियात के तौर पर तुरंत प्रभाव से कालेज को खाली करवाने की प्रक्रिया आरंभ की गई है।

नेरचौक मेडिकल काॅलेज चार मंजिला भवन पूरी तरह से बंद है। इसकी तलाशी के लिए पुलिस, क्यूआरटी, दमकल विभाग के साथ-साथ अन्य जवान भी तैनात हैं और स्नीफर डाॅग की मदद भी ली जा रही है। अस्पताल परिसर व पार्किंग में खड़े वाहनों को भी बाहर निकाल दिया गया है। मरीजों को भी तलाशी अभियान पूरा होने तक अस्पताल के बाहर ही रहेगा।

नेरचौक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में वर्तमान में 300 से ज्यादा मरीज उपचाराधीन हैं। इसके अलावा रोजाना यहां एक हजार से ज्यादा ओपीडी रहती है। बम की धमकी के बीच मरीजों को भी परेशान होना पड़ा है।

बता दें इससे पहले उपायुक्त कार्यालय मंडी सहित राज्य सचिवालय शिमला व विभिन्न जिलों के उपायुक्त कार्यालयों को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। उस समय कुछ नहीं मिला था। अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है।

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