वारंट का हवाला देकर व्यापारी को ठगता रहा फर्जी पुलिस वाला, असली पुलिस आई तो खुल गया राज; क्या है मामला?

लुधियाना। अरेस्ट वारंट का हवाला देकर एक व्यापारी से फर्जी पुलिस मुलाजिम बनकर ठग पैसे ऐंठता रहा, लेकिन जब असली पुलिस वारंट लेकर पहुंची तो मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने शिकायतकर्ता राकेश कुमार के बयानों पर आरोपित जमालपुर निवासी सुरेश कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर पड़ताल शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने अनिल गर्ग से ईआरएस मशीन ली थी। उसके पैसे उन्होंने बाद में देने की बात कही थी, लेकिन वो किसी कारणवश पैसे नहीं दे सका। लिहाजा मशीन देने वाली कंपनी ने अदालत में केस कर दिया। इसके कुछ दिन बाद सुरेश उनके घर एकता कालोनी में आया।
उसने आकर कहा कि उसके खिलाफ अदालत का गैर-जमानती वारंट आया है। उसने पीड़ित को धमका कर उससे पैसे ऐंठ लिए। उसने इसी तरह से तीन से चार बार में उससे 20 हजार रुपये ले लिए। फिर कुछ दिन बाद थाना दुगरी से एएसआइ अमलोक सिंह वारंट लेकर गए।
पीड़ित राकेश ने उन्हें कहा कि आपके थाने का मुलाजिम राकेश कुमार उसके पास आता रहता है और वो उससे गिरफ्तार न करने का पैसे लेकर जाता रहा है। ये सुनकर पुलिस ने पीड़ित से कहा कि वो आरोपित को पैसे का लालच देकर बुलाए। फिर पुलिस ने प्लानिंग के तहत आरोपित को काबू कर लिया।
आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसे पता चला था कि राकेश के वारंट जारी हुए हैं इसलिए वो फर्जी पुलिस मुलाजिम बनकर उसके पास जाता था और पैसे ऐंठ लेता था। आरोपित ने कहा कि उसके अलावा उसने किसी को नहीं ठगा है। जांच अधिकारी एएसआइ अमलोक सिंह ने कहा कि पता किया जा रहा है कि आरोपित ने किसी को ठगा तो नहीं है। मामले की गंभीरता से पड़ताल की जा रही है।
पीड़ित राकेश ने उन्हें कहा कि आपके थाने का मुलाजिम राकेश कुमार उसके पास आता रहता है और वो उससे गिरफ्तार न करने का पैसे लेकर जाता रहा है। ये सुनकर पुलिस ने पीड़ित से कहा कि वो आरोपित को पैसे का लालच देकर बुलाए। फिर पुलिस ने प्लानिंग के तहत आरोपित को काबू कर लिया।
आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसे पता चला था कि राकेश के वारंट जारी हुए हैं इसलिए वो फर्जी पुलिस मुलाजिम बनकर उसके पास जाता था और पैसे ऐंठ लेता था। आरोपित ने कहा कि उसके अलावा उसने किसी को नहीं ठगा है। जांच अधिकारी एएसआइ अमलोक सिंह ने कहा कि पता किया जा रहा है कि आरोपित ने किसी को ठगा तो नहीं है। मामले की गंभीरता से पड़ताल की जा रही है।