नायब घोषणा : दुर्घटना में मृत्यु होने पर आयुष योग सहायकों के परिवारों को मिलेगी तीन लाख की आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने योग को जन-जन तक पहुंचाने और प्राकृतिक चिकित्सा को प्रमाणिकता को लेकर बड़ा ऐलान किया है। अब योग और प्राकृतिक चिकित्सकों का पंजीकरण किया जाएगा, इसी वर्ष से पंजीकरण की शुरुआत होगी। मुख्यमंत्री ने आयुष योग सहायकों को भी बड़ी राहत देते हुए घोषणा कि आयुष योग सहायकों की सेवा के दौरान दुर्घटना में मृत्यु होने पर उनके परिजनों को अपने ऐच्छिक कोष से तीन-तीन लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने ये घोषणाएं सोमवार को पंचकूला में आयोजित भव्य योग महोत्सव के दौरान की। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से ‘सूर्य नमस्कार अभियान 2025’ के 264 उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया। इस मौके पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और आयुष मंत्री कुमारी आरती सिंह राव भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने आयुष विभाग में और अधिक पारदर्शिता लाने के लिए 3 पोर्टल – ई-मार्केट प्लेस पोर्टल, आयुष औषधि इन्वेंटरी पोर्टल और ई औषधि लाइसेंसिंग पोर्टल भी लॉन्च किये। इनमें ई-मार्केट प्लेस पोर्टल के माध्यम से औषधीय पौधे तैयार करने वाले किसान, स्टाकिट्स आदि अपना पंजीकरण कर सकेंगे। उनसे कोई भी व्यक्ति औषधीय पौधों की खरीद कर सकेगा। आयुष औषधियों की प्रबंधन प्रणाली पर आयुष विभाग के अधिकारी औषधियों की मांग कर सकते हैं और स्टॉक अपडेट देख सकते हैं। इसके अलावा, लाइसेंसिंग पोर्टल पर नये अथवा लोन लाइसेंस प्राप्त करने, पुराने लाइसेंस के नवीनीकरण आदि के लिए आवेदन किया जा सकेगा।
योग से विश्व गुरु बनेगा भारत
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज योग न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों का परिणाम है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया। उस दिन प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने की पहली व सच्ची पहल की गई थी। उस समय 177 देशों ने भारत की इस पहल में अपना सहयोग दिया था और आज पूरी दुनिया योग को अपना रही है। उन्होंने कहा कि इस समय योग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘फिट इंडिया-हिट इंडिया’ के नारे को साकार करने का माध्यम बन रहा है। आज हमारे व पूरी दुनिया के लिए योग केवल पार्ट ऑफ लाइफ नहीं है, बल्कि योग अब वे ऑफ लाइफ बन रहा है।
आधुनिकता के साथ जुड़ रहा प्राचीन विज्ञान
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला में राष्ट्रीय आयुर्वेद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, गांव देवरखाना जिला झज्जर में पोस्ट ग्रेजुएट योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान की स्थापना की गई है। इसमें ओ.पी.डी. की सेवाएं शुरू हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार योग को बढ़ावा देने के लिए राज्य के 6500 गांवों में व्यायामशालाएं खोलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए 1121 जगहों को चिह्नित किया गया है। इनमें से 714 व्यायामशालाओं का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। इन व्यायामशालाओं में 877 आयुष योग सहायकों की नियुक्ति की जा चुकी है।