जासूसी कांड, हिरासत में ज्योति मल्होत्रा ने उगले कई चौंकाने वाले राज!

ज्योति मल्होत्रा ने शुरुआती पूछताछ पूरी हो गई है. अब तक हरियाणा पुलिस, IB, NIA और खुफिया सैन्य अधिकारियों की टीम ज्योति से पूछताछ कर चुकी है. सूत्रों के मुताबिक जो ज्योति ने पूछताछ में कबूला है उससे ये आशंका प्रबल हो जाती है कि ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान के इशारों पर काम कर रही थी. यह भी पता चला है कि पाकिस्तान हाई कमीशन अफसर दानिश भी लगातार ज्योति के संपर्क में था. अधिकारियों के मुताबिक ज्योति का जो कबूलनामा है वो इस तरह से है: मेरा ‘ ट्रैवल विद-जो ‘ के नाम से यू ट्यूब पर चैनल है. मेरे पास पासपोर्ट नम्बर 5609** है. मैं साल 2023 में पाकिस्तान जाने के लिए वीजा लगवाने के सम्बन्ध में पाकिस्तान हाई कमीशन दिल्ली गई थी. जहां मेरी मुलाकात अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई थी. मैंने दानिश का मोबाइल नम्बर 981*** ले लिया था फिर मैं दानिश से बाते करने लगी थी. उसके बाद मैंने दो बार पाकिस्तान की यात्रा की. जहां मैं दानिश के कहने पर उसके जानकार अली हसन से मिली थी. जहां अली हसन ने मेरे रुकने व घूमने फिरने का इंतजाम किया था. पाकिस्तान में अली हसन ने मेरी पाकिस्तानी इंटेलिजेंस के अधिकारियो से मुलाकात करवाई थी और वहीं पर मैं शाकिर और राणा शहबाज से भी मिली थी.मैंने शाकिर का मोबाइल नम्बर ले लिया और मेरे मोबाइल में शाकिर का नम्बर ‘जट रधांवाश् के नाम से सेव कर लिया ताकि किसी को शक ना हो. फिर मैं वापिस भारत आ गई. इसके बाद मैं व्हाट्सऐप, स्नैप चैट व टैलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए सभी से लगातार संपर्क में रही.
पाकिस्तानी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति की पांच दिन की कस्टडी थी. इस दौरान अलग अलग टीमों ने उससे तमाम सवाल किए. ज्योति की बार-बार की पाकिस्तान यात्रा और पाक उच्चायोग में उसकी पहुंच सवालों के घेरे में थी सवाल ये पाकिस्तान ज्योति के जरिये क्या मकसद साधना चाहता था. सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसिय़ों को इसके पीछे दो मकसद नजर आ रहा है। पहला कि सोशल मीडिया से जुड़े लोगों को जोड़कर अपना नेटवर्क बनाना, जिनके जरिए बड़े अधिकारियों तक पहुंच बनाई जा सके और दूसरा कि इन्फ्लुवेंसर के तौर पर काम करने वाले इन लोगों के जरिए सरकार सिस्टम को ही कठघरे में डालकर पाकिस्तान का फायदा कराना.
जांच के दौरान पुलिस को एक टूटा हुआ मोबाइल फोन भी मिला है, जिसे जब्त कर फॉरेंसिक टीम को भेजा गया है. सूत्रों के अनुसार, इस मोबाइल से डिलीट किए गए डाटा को रिकवर करने की प्रक्रिया जारी है. यह मोबाइल मामले में बड़ा सुराग साबित हो सकता है. ज्योति को गुरुवार को हिसार कोर्ट में पेश किया जाएगा. पिछले 15 दिनों में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से कुल 12 लोगों को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. जांच में खुलासा हुआ है कि यह पाकिस्तान से जुड़े एक बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है, जो उत्तरी भारत में सक्रिय है. वहीं हरियाणा की अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक के बाद बताया कि कई यूट्यूब चैनलों की गहराई से जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि कुछ चैनल नए नाम से बार-बार उभरते हैं और सोशल मीडिया के जरिए भ्रामक व देशविरोधी सामग्री फैलाते हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए पुलिस मुख्यालय और सीआईडी स्तर पर एक निगरानी सेल काम कर रहा है. अगर कोई आपत्तिजनक लिंक या गतिविधि पाई जाती है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.