हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, 32 सूत्रीय मांग को लेकर चक्का जाम और हड़ताल की चेतावनी – ROADWAYS EMPLOYEES STRIKE

चरखी दादरी: हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों ने एक बार फिर से सरकार को चक्का जाम की चेतावनी दी है. रोडवेज कर्मचारियों का कहना है कि जरूरत पड़ी तो वो हड़ताल भी करेंगे और इसकी जिम्मेदार सरकार होगी. कर्मचारियों के मुताबिक समझौते के बाद भी उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया है. जिसे लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने सांकेतिक भूख हड़ताल करते हुए सरकार के खिलाफ रोष जताया.
32 सूत्रीय मांग को लेकर रोड़वेज कर्मचारियों ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर कर्मचारी नेता कृष्ण ऊण की अगुवाई में दादरी रोडवेज बस स्टैंड परिसर में कर्मचारियों ने रोष मीटिंग की और बाद में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान 13 कर्मचारी सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे.
इस दौरान कर्मचारियों ने अधिकारियों व सरकार पर वार्ता के बाद भी मांगे पूरी नहीं करने का आरोप लगाया. कर्मचारी नेताओं ने बताया कि सरकार व आला अधिकारियों से हुई बातचीत में सहमति अनुसार मानी गई मांगों को लागू ना करके सरकार ने विश्वासघात किया है. कर्मचारियों ने कहा कि 32 सूत्रीय मांगों को लेकर उनकी लड़ाई जारी रहेगी. जरूरत पड़ी को चक्का जाम करेंगे और हड़ताल पर भी चले जाएंगे.
आशा वर्कर्स यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश भैरवी ने रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल का समर्थन करते हुए कहा कि इस बार वे पीछे नहीं हटेंगे और आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे.
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर पुरानी पेंशन बहाली, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, लिपिकों-परिचालकों-चालकों का वेतनमान बढ़ाने, अर्जित अवकाश पहले की तरह लागू करने, कौशल रोजगार निगम भंग कर खाली पदों पर पक्की भर्ती करने, जोखिम भत्ता देने, डी ग्रुप कर्मचारियों को कोमन कैडर से बाहर निकालकर प्रमोशन करने, स्टेंड इंचार्ज का पद सृजित करने, तकनीकी वेतनमान देने, सभी खाली पदों पर पदोन्नति करने की मांग शामिल हैं.