कल जारी हो सकती है कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची, दावेदारों ने दिल्ली में डाला डेरा
कांग्रेस अब किसी भी वक्त पंजाब की पहली लिस्ट जारी कर सकती है. आज से दिल्ली में फिर से बैठकों का दौर शुरू हो रहा है. जानकारी के मुताबिक पंजाब कांग्रेस के नेता कल चंडीगढ़ में जुटे, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव और पंजाब अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह राजा वारिंग ने नई रिपोर्ट तैयार की है. जिस पर आज दिल्ली में चर्चा हो सकती है और पार्टी सीटों पर फैसला भी ले सकती है.
बता दें कि कांग्रेस ने अभी तक राज्य में एक भी सीट की घोषणा नहीं की है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण विरोध और दावे हैं. हालांकि हाईकमान ने मौजूदा 5 सांसदों को टिकट देकर तैयारी शुरू करने को कहा है. इसके बावजूद मौजूदा सांसदों के विरोधी दल टिकट की तलाश में पिछले कुछ दिनों से दिल्ली के चक्कर लगा रहे हैं.
अमृतसर, बठिंडा, आनंदपुर साहिब और जालंधर ऐसी सीटें हैं जहां विरोध बढ़ता जा रहा है. इन सीटों के लिए अलग-अलग दावेदार सामने आ रहे हैं.
नेताओं का शक्ति प्रदर्शन
हाल ही में चंडीगढ़ में भी दावेदारों ने जोरदार प्रदर्शन किया था. दरअसल, दविंदर यादव, अमरिंदर सिंह राजा वारिंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के साथ टिकट को लेकर हुई बैठक में हर नेता अपने साथ लोकसभा क्षेत्रों का समर्थन लेकर आया था. इसका मकसद साफ तौर पर अपनी दावेदारी दिखाना और टिकट न मिलने की स्थिति में विरोध प्रदर्शन करना था, जिससे पार्टी को नुकसान हो.
ओह पी। दावा सोनी भी ठोक रहा है
अमृतसर से वर्तमान सांसद गुरजीत औजला हैं। लेकिन पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी उनके इस दावे को खारिज कर रहे हैं. पंजाब के 11 विधानसभा क्षेत्रों के 6 प्रभारी उनके समर्थन में आ गए हैं. लेकिन पार्टी मौजूदा सांसद का टिकट रद्द नहीं करना चाहती और कांग्रेस भी जानती है कि दो बार के विजेता औजला का शहर में अच्छा आधार है.
चन्नी जालंधर में सक्रिय हैं
2022 के विधानसभा चुनाव के बाद लापता हुए चरणजीत सिंह चन्नी कुछ दिनों से जालंधर में सक्रिय हैं। वे धार्मिक शिविरों में भी जा रहे हैं और लोगों से मिल रहे हैं. फिलहाल वह खुद को पार्टी टिकट का सबसे मजबूत दावेदार बता रहे हैं.
वहीं चौधरी परिवार चन्नी की गतिविधियों से खुश नहीं है. कल संतोख चौधरी के बेटे विधायक विक्रम चौधरी ने भी मुख्य सचेतक पद से इस्तीफा दे दिया है. चौधरी परिवार का अगला कदम अब सीधे तौर पर कांग्रेस को नुकसान पहुंचा सकता है.
बठिंडे से वारिंग की पत्नी का दावा
पंजाब के सीट बंटवारे में सबसे अहम योगदान दे रहे हैं देवेन्द्र यादव और अमरेंद्र सिंह राजा वारिंग. ऐसे में राजा वारिंग की पत्नी अमृता वारिंग ने भी बठिंडा से अपनी दावेदारी पेश कर दी है. यहां से अजीत इंदर सिंह मोफर ने भी दावेदारी पेश की है. मोफर पूर्व विधायक हैं और किसानों और गांवों के बीच अच्छा प्रभाव रखते हैं.
दरअसल, पार्टी ने विधानसभा 2022 में एक परिवार, एक वोट का नारा देकर कई नेताओं को नाराज कर दिया था. अगर पार्टी इस बार भी इसी सिद्धांत पर चली तो बठिंडा सीट पर दिक्कत हो सकती है।
श्री आनंदपुर साहिब सीट पर राणा की नजर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने श्री आनंदपुर साहिब से तैयारी शुरू कर दी है. वह अपने क्षेत्र के नेताओं से भी मुलाकात कर रहे हैं. लेकिन पार्टी यहां कांग्रेस के बलबीर सिंह सिद्धू और राणा गुरजीत सिंह के दावों को हल्के में नहीं ले रही है. इन दोनों नेताओं की आलाकमान में भी अच्छी पकड़ है. इसलिए वे लगातार दिल्ली के संपर्क में हैं.