लोकसभा चुनाव में करेंगे बीजेपी नेताओं का विरोध…रामलीला मैदान से किसानों का बड़ा ऐलान

दिल्ली के राम लीला मैदान में किसान महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा ने बड़ा ऐलान किया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेताओं का विरोध किया जाएगा. 23 मार्च को शहादत दिवस पर गांवों में कार्यक्रम बनाये जायेंगे. बता दें कि इस महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे थे.
इस बार किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से नहीं बल्कि बसों और ट्रेनों से दिल्ली पहुंचे। दिल्ली में होने वाली इस महापंचायत से पहले दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है. बताया जा रहा है कि इस महापंचायत में 5000 से ज्यादा किसान जुटे थे. दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की थी.
जवाहरलाल नेहरू मार्ग, बाराखंभा रोड
बहादुर शाह जफर मार्ग, टॉल्स्टॉय मार्ग
आसफ अली रोड, जय सिंह रोड
स्वामी विवेकानंद मार्ग, संसद मार्ग
नेताजी सुभाष मार्ग, बाबा खड़ग सिंह मार्ग
मिंटो रोड, अशोक रोड
महाराजा रणजीत सिंह फ्लाईओवर, कनॉट सर्कस
भवभूति मार्ग, डीडीयू मार्ग और चमनलाल मार्ग
दिल्ली गेट, मीर दर्द चौक
अजमेरी गेट चौक, गुरु नानक चौक
कमला मार्केट, पहाड़गंज चौक और झंडीवाल
दिल्ली पुलिस ने भी यात्रियों से उपरोक्त मार्गों पर जाने से बचने की अपील की है. इसके बजाय वे बाईपास सड़क का उपयोग करते हैं ताकि वे ट्रैफिक जाम में न फंसें। पुलिस ने यह भी कहा है कि जो लोग सड़क पर निकलने की सोच रहे हैं, उन्होंने अतिरिक्त समय लिया.
ट्रैक्टर-ट्रॉली से क्यों नहीं आए किसान?
दिल्ली पुलिस ने संयुक्त किसान मोर्चा को कुछ नियम और शर्तों के साथ रामलीला मैदान में महापंचायत की इजाजत दी थी. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि इस महापंचायत में शामिल होने के लिए कोई भी किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली से नहीं आएगा. इसके अलावा किसी भी तरह के हथियार लाने पर भी रोक लगा दी गई है.
किसी रैली या प्रदर्शन की इजाजत नहीं
इसके अलावा पुलिस ने इस आधार पर अनुमति दी है कि किसान किसी भी तरह की रैली या प्रदर्शन नहीं करेंगे और कानून-व्यवस्था बनाए रखेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने दिल्ली पुलिस को इन शर्तों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने एनओसी देकर अनुमति दे दी है. इसके साथ ही इस महापंचायत को लेकर किसानों का कहना है कि यह ऐतिहासिक होने वाली है. रामलीला मैदान में संयुक्त किसान मोर्चा की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. कई किसान वहां पहुंच गए हैं.