शक्ति का पत्र राज्यपाल ने माननीय सरकार से 50 हजार करोड़ के कर्ज के खर्च का ब्योरा मांगा

चंडीगढ़, 23 सितंबर
राज्यपाल ने माननीय सरकार से 50 हजार करोड़ के कर्ज पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा.
पंजाब के राज्यपाल ने पत्र लिखकर सीएम मान से पैसे के सही इस्तेमाल का ब्योरा मांगा है. राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से आम आदमी पार्टी सरकार के दौरान पंजाब पर बढ़े कर्ज में 50,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी का ब्योरा मांगा है, ताकि वह प्रधानमंत्री को बता सकें कि सारे पैसे का सही इस्तेमाल किया गया है. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ग्रामीण विकास को केंद्र सरकार से राज्य सरकार को हस्तांतरित करने के लिए राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को पत्र लिखा है।
फंड के 5637 करोड़ रुपये लेने के लिए हस्तक्षेप का अनुरोध किया था और इस मुद्दे को प्रधानमंत्री के समक्ष उठाने को कहा था। उसी पत्र के जवाब में राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को लिखा है कि वह पंजाब के लोगों की सेवा करने के लिए बाध्य हैं, लेकिन उन्हें पता चला है कि पंजाब सरकार ने इस मुद्दे पर मुझसे पहले सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. इसलिए हमें इस पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना होगा.
राज्यपाल ने यह भी लिखा है कि मुझे पता चला है कि आप सरकार के दौरान पंजाब पर 50 हजार करोड़ रुपये का कर्ज बढ़ गया है. कृपया मुझे इसका विवरण दें कि यह पैसा कहां खर्च किया गया ताकि मैं प्रधानमंत्री को बता सकूं कि यह पैसा सही जगह खर्च किया गया है।’
मालूम हो कि ग्रामीण विकास फंड का करीब 3 हजार करोड़ पहले ही रोका जा चुका है. जिसके लिए वे केंद्र सरकार को कई बार पत्र भी लिख चुके हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार ने पंजाब की कर्ज सीमा 18 हजार करोड़ रुपये कम कर दी थी. पंजाब सरकार के लिए केंद्र से सालाना कर्ज की सीमा 39 हजार करोड़ रुपये थी. जिसे घटाकर 21 हजार करोड़ रुपये कर दिया गया.