राजस्व अभिलेखों में हेर-फेर करने और 28 एकड़ शामलात निजी व्यक्तियों के नाम करने के आरोप में नायब तहसीलदार व सेवानिवृत्त पटवारी को गिरफ्तार किया गया.

चंडीगढ़, मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान की सरकार द्वारा अपनाई गई भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने आज नायब तहसीलदार सरदूलगढ़ बलविंदर सिंह और पटवारी जगजीत सिंह जग्गा (अब सेवानिवृत्त) का नाम दर्ज किया है। बठिंडा जिले के ग्राम सेमा की पंचायत की 28 एकड़ जमीन का नाम निजी लोगों के नाम करने के आरोप में राजस्व विभाग के रिकार्ड को गिरफ्तार किया गया है.
सतर्कता ब्यूरो के प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जांच के दौरान यह बात सामने आई कि नायब तहसीलदार बलविंदर सिंह (तत्कालीन कानूनगो) और राजस्व हल्का सेमा के तत्कालीन पटवारी जगजीत सिंह ने वर्ष 2005-06 में रिकॉर्ड में हेराफेरी की. तहसील नथाना के तहत राजस्व विभाग सेमा गांव की लगभग 28 एकड़ जमीन निजी व्यक्तियों को दे दी गई और इन काश्तकारों को गांव की आम जमीन का मालिक बना दिया गया।दिया गया बाद में इन लोगों ने इस जमीन को जेवर बनाकर बैंकों से लाखों रुपए का कर्ज ले लिया।
2017 में शुरू हुई मामले की जांच के बाद विजिलेंस ने मामले में जमीन के अवैध मालिकों को भी नामजद किया है।
प्रवक्ता ने बताया कि इस संबंध में विजीलैंस ब्यूरो पुलिस थाना बठिंडा रेंज ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज कर उक्त आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.